नक्सलियों की ‘मांद’ में घुसे DGP ‘जुनेजा’, शहीदों के परिजनों से मिले

बस्तर क्षेत्र के नक्सल प्रभावित सुकमा (naxal affected sukma) जिले के जगरगुंडा कैंप में तैनात जवानों के बीच आज पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा (Ashok Juneja) पहुंचे।

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  • Updated On - February 26, 2023 / 10:14 PM IST

रायपुर। बस्तर क्षेत्र के नक्सल प्रभावित सुकमा (naxal affected sukma) जिले के जगरगुंडा कैंप में तैनात जवानों के बीच आज पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा (Ashok Juneja) पहुंचे। उन्होंने जवानों का उत्साहवर्धन करते हुए उनके साहस और बहादुरी की प्रशंसा की और उनकी समस्याओं की जानकारी ली।

डीजीपी ने कहा कि नक्सलवादियों के विरूद्ध सुरक्षाबलों का अभियान निरंतर जारी रहेगा। साथ ही एडीजी सीआपीएफ वितुल कुमार, एडीजी नक्सल अभियान विवेकानंद सिंहा, आईजीपी बस्तर रेंज सुन्दरराज पी., आईजीपी सीआरपीएफ साकेत सिंह, डीआईजी राजेंद्र नारायण दास पुलिस मुख्यालय, डीआईजी सीआरपीएफ सुनीत कुमार राय, डीआईजी दंतेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप, एसपी सुकमा सुनील कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारी जगरगुंडा पहुंचकर मुठभेड़ में शामिल अधिकारी व जवानों से मिलकर पूरी घटना क्रम की जानकारी ली।

उच्चाधिकारियों के साथ बैठक करते डीजीपी।

सभी जवानों को नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान मुंहतोड़ जवाब देने और मुठभेड़ के दौरान कुछ नक्सलियों के मारे जाने और घायल होने की संभावना की जानकारी पर पुलिस पार्टी की बहादुरी के लिए पूरी टीम की प्रशंसा की।

डीजीपी अशोक जुनेजा ने पुलिस नक्सल मुठभेड़ में बहादुरी से लड़ते हुए शहीद होने वाले सउनि. रामूराम नाग, आरक्षक कुंजाम जोगा और आरक्षक वंजाम भीमा के परिजनों से मिलकर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए वीर जवानों की शहादत को नमन किया। उन्होंने उनके परिजनों को शीघ्र ही अनुकंपा नियुक्ति और अन्य सुविधाएं देने का आश्वासन दिया।

DRG जवानों का हौंसला बढ़ाते डीजीपी।

उन्होंने सुकमा जिले के अति संवेदनशील नक्सल प्रभावित एरिया में पुलिस और सुरक्षा बलों को डब्बामरका, तोंडामरका, कुंडेद और बेदरे जैसे सुदूर जगहों पर सुर कैंप लगाकर विकास की गति को तेजी से आगे बढ़ाने निर्देशित किया है।

साथ ही इन जगहों पर लोगों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए तत्परता से कार्य करने वाले सभी अधिकारी व जवानों की तारीफ की। साथ ही आगामी समय में और भी बेहतर योजनाबद्ध तरीक़े से मिलकर कार्य करने के लिए स्थानीय पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया।

बरामद हथियारों का अवलोकन करते डीजीपी।

उल्लेखनीय है कि 25 फरवरी को सुकमा जिले के जगरगुंडा क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्यों की सुरक्षा देने के लिए जगरगुंडा कैंप से पुलिस जवानों की टुकड़ी मोटरसाइकिल पर रवाना हुई थी। जहां पर पहले से घात लगाए नक्सलियों ने पुलिस टुकड़ी पर फायरिंग कर दी। जिसमें 3 पुलिस जवान शहीद हो गए। पुलिस टीम की जवाबी कार्यवाही और फायरिंग में नक्सलियों के भी मारे जाने की सूचना है। डीजीपी जुनेजा ने घटना स्थल का भी जायजा लिया और स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत की।