रायपुर. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (ED) ने छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में कथित कोयला लेवी घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपसचिव सौम्या चौरसिया, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी समीर विश्नोई तथा अन्य आरोपियों की करोड़ों रुपये की संपत्ति कुर्क कर ली है।. ईडी ने शनिवार को कहा कि एजेंसी ने धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत शुक्रवार को कुछ चल और 91 अचल संपत्तियों को कुर्क करने के लिए एक अस्थायी आदेश जारी किया।.
छत्तीसगढ़ कैडर के 2009 बैच के आईएएस अधिकारी के अलावा, आर्थिक खुफिया शाखा ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री कार्यालय में उप सचिव सौम्या चौरसिया, कोयला व्यापारी और “मुख्य सरगना” सूर्यकांत तिवारी, व्यवसायी सुनील अग्रवाल और तिवारी के चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी को गिरफ्तार किया था।
ईडी की जांच में कथित तौर पर एक बड़े घोटाले का खुलासा हुआ था, जिसमें वरिष्ठ नौकरशाहों, व्यापारियों, राजनेताओं और बिचौलियों से जुड़े एक कार्टेल द्वारा छत्तीसगढ़ में परिवहन किए गए प्रत्येक टन कोयले के लिए 25 रुपये की अवैध उगाही की जा रही थी।
ईडी ने नई दिल्ली में जारी एक बयान में कहा कि कथित कोयला लेवी घोटाला मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चारों के फ्लैट, आभूषण, नकदी, कोयला वाशरी और प्लॉट कुर्क किए गए हैं। जांच एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत शुक्रवार को कुछ चल और 91 अचल संपत्तियों की कुर्की का अस्थायी आदेश जारी किया।
ईडी ने कहा, “संपत्तियों में नकद, आभूषण, फ्लैट, कोयला वाशरी और छत्तीसगढ़ में स्थित जमीन के भूखंड शामिल हैं।” संपत्तियों में से पांच संपत्तियां आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई की हैं, जिन्हें राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया था।
जब्त की गई संपत्तियों में सूर्यकांत तिवारी की 65 और सौम्या चौरसिया की 21 संपत्तियां शामिल हैं।