चुनावी तैयारी : कोई कोर कसर नहीं छूटे इसलिए ‘भूपेश-सिंहदेव’ एक्टिव मोड में!

By : hashtagu, Last Updated : July 1, 2023 | 1:37 pm

छत्तीसगढ़। विधानसभा चुनाव में कोई कोर कसर नहीं छूटे इसलिए कांग्रेस के पदाधिकारी सहित मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव (Chief Minister Bhupesh Baghel)  एक्टिव मोड में आ गए हैं। वहीं बूथ चलो अभियान (Booth Chalo Campaign) कांग्रेस चला रही है। इसके तहत जिला कमेटी और प्रदेश कमेटी के सक्रिय हो रहे हैं। उनके कामकाज की समीक्षा करने के लिए कभी जय-वीरू की जोड़ी के रूप में मशहूर भूपेश और टीएस सिंहदेव भी मैदान में कूदे हैं। वे जहां भी जा रहे हैं,वहां पदाधिकारियों के कामकाज के तरीके को समझने में जुटे हैं। कहीं कमी उन्हें लग रही है तो वे कार्यकर्ताओं को टिप्स भी दे रहे हैं।

इसी तरह बिलासपुर में बूथ चलो अभियान में भूपेश पहुंचे। जहां उन्होंने बूथ कमेटी प्रभारियों की क्लास भी ली। उनको वोटर लिस्ट पढ़ने के तौर तरीकों को बताया। बल्कि, सरपंच और पार्षद चुनाव की तरह एक-एक मतदाताओं की जानकारी जुटाने को कहा। उन्होंने शहर के पांच जगहों पर बूथ कमेटी प्रभारियों की चुनावी क्लास ली। साथ ही वोटर लिस्ट पढ़ने का तरीका सिखाया। सभी अनुभाग के बूथ कमेटी में बुजुर्ग, महिला और युवाओं को रखने के निर्देश भी दिए।

सीएम भूपेश के साथ AICC की राष्ट्रीय महासचिव और छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सेलजा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम, राज्य सरकार के मंत्रियों समेत दिग्गज कांग्रेस नेताओं ने शुक्रवार को बिलासपुर में बूथ चलो अभियान की शुरुआत की। मुख्यमंत्री चुनावी रंग में रंगे हुए नजर आए। कांग्रेस के पदाधिकारियों से लेकर बूथ कमेटी के पदाधिकारी और सदस्य उनसे बेबाकी से बात कर रहे थे। खुद भूपेश बघेल एक-एक पदाधिकारियों से बूथ की जानकारी लेकर उन्हें टिप्स भी देते नजर आए।

जब वोस्टर लिस्ट पढ़ नहीं पाए बूथ प्रभारी

मुख्यमंत्री ने बूथ चलो अभियान के दौरान राजेंद्र नगर के सिटी मेन टेलर हॉल में चुनावी क्लास लगाई। तब बूथ कमेटियों के प्रभारियों से वोटर लिस्ट पढ़ने को कहा, वे नहीं पढ़ पाए। इस पर उन्होंने खुद वोटर लिस्ट पढ़कर सुनाया। उन्हें लिस्ट पढ़ने का तरीका सिखाया। उन्होंने कहा कि हर एक नेता को वोटर लिस्ट पढ़ना आना चाहिए। जब सीएम ने पूछा कि वोटर लिस्ट में कब से नाम जुड़वा सकते हैं? तब अध्यक्ष सवाल का जवाब नहीं दे सके। तब मुख्यमंत्री ने कहा कि जब खुद नहीं मालूम है तो कैसे नाम जुड़वा सकोगे।

अनुभाग पढ़ नहीं पाए पदाधिकारी

उन्होंने बूथ कमेटी के अध्यक्ष सैय्यद आसिफ अली उसके बूथ के अनुभाग की संख्या के बारे में पूछा तो वह नहीं बता सके। इस पर सीएम ने उन्हें अपने पास बुलाकर अनुभाग पढ़ने को कहा। तब भी वह नहीं पढ़ पाए। इस दौरान सीएम बघेल ने कहा कि जितने भी बूथ अध्यक्ष, प्रभारी, सेक्टर और जोन के अध्यक्ष हैं उनको वोटर लिस्ट पढ़ना आना चाहिए। सीएम ने वोटर लिस्ट पढ़कर सुनाया। बताया कि उसमें क्या-क्या लिखा है। फिर बताया कि उसके बूथ में 15 अनुभाग हैं। फिर पूरे अनुभाग का नाम पढ़कर सुनाया। कहा कि एक-एक अनुभाग में एक जवान, एक बुजुर्ग और एक महिला बताओ, जिसकी नियुक्ति की गई है। तुम्हारे साथ 45 लोगों को आना चाहिए था। यहां तो सब मिलाकर ही 45-50 नजर आ रहे हैं। सीएम ने कहा कि 23 नहीं इस बूथ कमेटी में 45 लोग होने चाहिए।

भूपेश ने साझा किए अनुभव कहा, तो पता चला भाजपा वाले वोट डलवा दिए हैं

सीएम ने कहा कि हर पांच घर के बीच में एक नियुक्ति करके उसे आसपास के घरों की जिम्मेदारी दो। ऐसे में काम हल्का हो जाएगा। ऐसे कितने लोग हैं जिनका नाम जुड़वाया। जिस लड़की की शादी हो गई, ससुराल गई उसका नाम कटवाया। नहीं तो पता चला कि भाजपा वाले इधर वोट डाल दिए। इसी बिलासपुर में एक घर में 65 लोग का नाम था। एक बार प्रकाशन हो गया तो सूची से नाम नहीं कटता।

उन्होंने आगे पूछा कितने लोगों का देहांत हो गया। वह नहीं बता पाया तो सीएम ने कहा- कैसे बूथ अध्यक्ष हो, अब तक देखे नहीं हो। वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने का काम चल रहा है, बताओ कब तक जोड़ना है। तब उनके सवाल का जवाब कोई नहीं दे पाया। सीएम ने कहा जब ये पता नहीं तो जुड़वाओगे क्या। इस तरह से यहां उन्होंने एक घंटे से ज्यादा समय तक पदाधिकारियों की क्लास ली।

सुनाई विकास उपाध्याय की कहानी

विकास उपाध्याय कई प्रदेशों का प्रभारी था। एनएसयूआई, युवा कांग्रेस में भी था। जब मैं पीसीसी अध्यक्ष था तब वह शहर कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष था। तब मैंने जिलाध्यक्षों की बैठक में उससे पूछा कि तुम्हें वोटर लिस्ट पढ़ना आता है, तब वह लाल हो गया हालांकि वह विधायक शैलेश पांडेय से ज्यादा गोरा है। उसने कहा कि मुझे अनपढ़ समझ रहे हो। वोटर लिस्ट पढ़ने में क्या है? मैंने पूछा अनुभाग क्या है, वहीं नहीं बता पाया तब मैंने कहा कि बेटा इसी के कारण चुनाव हारे हो। जब अनुभाग नहीं पता होगा तो वोटर लिस्ट कैसे पढ़ने आएगा। ये बात तुम लोग नहीं सोचे होगे, यही बारीकी है। संगठन गणित के हिसाब से चलता है। इस्केप नहीं कर सकते। वह कोई भी नेता हो जिसे चुनाव लड़ना है, उसे वोटर लिस्ट पढ़ने आना चाहिए। संगठन के नेताओं को तो आना ही चाहिए। उसे खुद नहीं मालूम तो क्या सिखाएगा।

वाट्सऐप ग्रुप बनाने की दी सलाह

एक आदमी को पूरे बूथ की जिम्मेदारी दोगे तो वह हांफ जाएगा, वह पर्ची बांटे, लोगों को समझाने जाए, मीटिंग में जाए? लेकिन अगर 45 लोग होंगे तो उन्हें वाट्सऐप ग्रुप में जोड़ लिए तो काम आसान हो जाएगा। उसमें सुख, दुख, काम पड़ गया तो चले गए। ये बेसिक काम आप कर लोगे। ये जब कर लोगे तो सेक्टर अध्यक्ष के पास रिपोर्ट सबमिट करना। बूथ कमेटी बनेगी और सम्मेलन करेंगे तो सभी को सूचना देना। आधे लोग भी आ गए तो भी कार्यक्रम सफल हो जाएगा। इसी हिसाब से बूथ कमेटी बनना चाहिए। हमारे यहां ऐसे ही बना है। ऐसे में चुनाव आसान हो जाता है।

चार-पांच से ज्यादा योजना नहीं गिना सके

सीएम ने जब बूथ अध्यक्षों से सरकार की योजना गिनाने के लिए कहा तो तीन से चार योजना से ज्यादा वे नहीं बता सके। एक अध्यक्ष ने केवल बेरोजगारी भत्ता के बारे में बताया। यही स्थिति सभी की थी। तब सीएम ने बताया हमारी सरकार 35 किलो चावल दे रही है जबकि केंद्र से हमें केवल पांच किलो चावल मिलता है। सभी शहरों में नीली बस जाती है उसमे गरीबों का इलाज फ्री में होता है। एक के बाद एक कई योजना बताने के बाद मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से कहा आप लोगों को जो सूची उपलब्ध कराई गई है उसे अच्छे से पढ़े। उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आ रहा है। जब योजनाओं की जानकारी नहीं रहेगी तो भाजपा कार्यकर्ताओं से बहस कैसे करोगे ? वहां कुछ बोल नहीं पाओगे। इसलिए योजनाओं की पूरी जानकारी कर लो।

कोटा विधानसभा क्षेत्र के बूथों में पहुंची AICC महासचिव सेलजा

कोटा विधानसभा के बूथ चलो अभियान में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सेलजा ने 6 बूथों में जाकर कमेटियों के पदाधिकारियों से बात की। उन्होंने पदाधिकारियों को रिचार्ज करते हुए अपनी कहानी सुनाई। उन्होंने बताया कि वह दलित परिवार की बेटी है और बहुत गरीबी भी देखी है। उनकी मां सिर पर गगरी से पानी लाती थी। मां पहले खुद पढ़कर शिक्षित हुईं। उसके बाद हम लोगों को पढ़ाया।

कांग्रेस ने एक छोटे से कार्यकर्ता से मुझे केंद्रीय मंत्री तक बनाया। आप भी मेहनत और लगन से कांग्रेस पार्टी को मजबूत करिए। इस दौरान वे लखोदना, चांगोरी, तेंदुआ, इमलीपारा और नेवसा गांव के बूथों पर गईं। बूथों में पहुंचकर बूथ, सेक्टर और जोन अध्यक्ष के साथ ही सदस्यों से चर्चा की। उन्होंने बूथ कमेटी के एक-एक सदस्य की जानकारी ली और यह भी देखा कि कमेटी में प्रत्येक जाति व वर्ग सहित युवा, महिलाओं और बुजुर्ग के सदस्यों का समावेश है या नहीं।

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सिंहदेव ने कार्यकर्ताओं को दिया जीत का मंत्र

बूथ चलो अभियान के तहत उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव बेलतरा पहुंचे, जहां बूथ प्रभारी एवं कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। महिला कार्यकर्ताओं ने उनकी आरती भी उतारी। उप मुख्यमंत्री बनने के बाद जिले में उनका यह पहला कार्यक्रम रहा। इस दौरान उन्होंने ग्राम बेलतरा, ग्राम पौंसरा, ग्राम सेमरा, ग्राम पंचायत जलसो, ग्राम पंचायत बैमा नंगोई में आयोजित बूथ चलो कार्यक्रम की शुरुआत की और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी की जीत के लिए कार्यकर्ताओं में जोश भरा। उन्होंने यह भी कहा अगले विधानसभा चुनाव में हमारी सरकार बन रही है यह आत्मविश्वास सही है। लेकिन किसी को भी कम नहीं आंकना चाहिए।

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