छत्तीसगढ़ में पहली बार एलीफेंट अलर्ट ऐप लॉन्च (Elephant Alert App launched) होने वाला है। यह ऐप जनहानि रोकने के साथ जानवरों की सुरक्षा पर काम करेगा। इस ऐप्लीकेशन को लॉन्च करने से पहले वाइल्ड लाइफ रायपुर (Wild Life Raipur) के अफसर प्रदेश के 3 जिले धमतरी, महासमुंद, गरियाबंद जिले के अलावा धरमजयगढ़ व बारनवापारा में इसका ट्रायल कर रहे है। इसके जरिए 20 किमी के दायरे में मौजूद इस ऐप से जुड़े सभी को अलर्ट मैसेज मिलेगा। एलीफेंट अलर्ट ऐप से प्रदेश के 15 जिलों के करीब 10 हजार लोगों को जोड़ने की प्लानिंग है।
पहला- ओपन सोर्स (ओडीके कलैक्ट)
हाथी मित्र दल की ओर से एप्लीकेशन में हाथी सहित अन्य जानवरों का लोकेशन के साथ फोटो सब्मिट करेंगे, जो सर्वर में अपलोड होगा। नेटवर्क नहीं है, तो ऑफलाइन मोड पर काम करेगा। इसके बाद नेटवर्क पकड़ते ही तुरंत सर्वर तक फोटो पहुंच जाएगी। ये एप इन 15 जिलों धमतरी, गरियाबंद, बालोद, बलौदाबाजार, महासमुंद, सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर, मुंगेली, सूरजपुर, अंबिकापुर, कोरबा, जशपुर और बलरामपुर में लॉन्च होगा।
दूसरा- वाइल्ड लाइफ विंग, एफएमआईएफ
इस एप से अलर्ट मैसेज व फोन खुद से पहुंच जाएगा। कई लोग हमेशा मैसेज नहीं देखते, इसलिए फोन के जरिए उन्हें बताया जाएगा कि हिंसक हाथी आपके एरिया से कितनी दूरी पर मौजूद है। सीतानदी-उदंती अभयारण्य के गांवों में ग्रामीण, सरपंच-उपसरपंच, कोटवार मिलाकर 300 लोगों को जोड़ा जा चुका है। प्रदेश में अभी हाथियों के 11 दल मौजूद हैं। इनमें सिकासेर दल, गुरु घासीदास दल, चंदा दल, गौतमी दल, बांकी दल, शांत दल, चंदा दल, रूहासी सहित अन्य दल मौजूद हैं।