DMF Scam Chhattisgarh: चार जिलों में EOW की छापेमारी खत्म, दस्तावेजों की जांच जारी

By : dineshakula, Last Updated : October 30, 2025 | 10:22 am

रायपुर। छत्तीसगढ़ में डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड (DMF) घोटाले की जांच के तहत आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की संयुक्त कार्रवाई गुरुवार को पूरी हुई। राजधानी रायपुर सहित चार जिलों—रायपुर, धमतरी, राजनांदगांव और दुर्ग-भिलाई—में एक साथ छापेमारी की गई। यह कार्रवाई सुबह से देर शाम तक चली।

सूत्रों के अनुसार, रायपुर में छह, धमतरी में एक, राजनांदगांव में पांच और दुर्ग-भिलाई में दो स्थानों पर दबिश दी गई। रायपुर में अमित कोठारी, अशोक कोठारी, महावीर प्लाई, कृष्णा इंटरप्राइजेज और फ्यूचर हाइजिन जैसे प्रतिष्ठानों पर छापे पड़े। वहीं राजनांदगांव में कोल माइंस कारोबारी राधा कृष्ण अग्रवाल समेत कई सप्लायरों के ठिकानों की तलाशी ली गई।

जिन लोगों पर कार्रवाई हुई, वे बड़े स्तर पर सरकारी सप्लायर या ठेकेदार बताए जा रहे हैं। आरोप है कि इन लोगों ने DMF फंड के नाम पर करोड़ों के काम हासिल किए और टेंडर प्रक्रिया में नियमों की अनदेखी की। लंबे समय से मिल रही शिकायतों के बाद यह कार्रवाई की गई।

छापेमारी के दौरान टीमों ने डिजिटल साक्ष्य, बैंक स्टेटमेंट्स, चल-अचल संपत्तियों के कागज़, जीएसटी रिटर्न्स और वाउचर्स जैसे कई अहम दस्तावेज जब्त किए हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि DMF फंड के नाम पर फर्जी बिलिंग और अवैध कमीशन के जरिये ठेके हासिल किए गए। फिलहाल, जब्त दस्तावेजों की जांच जारी है और कई लोगों से पूछताछ की तैयारी चल रही है।