Bharatmala Project Scam: तीन पटवारी गिरफ्तार, सरकार को करोड़ों का नुकसान
By : dineshakula, Last Updated : October 30, 2025 | 4:23 am
रायपुर। भारतमाला परियोजना (Bharatmala Project) (रायपुर–विशाखापट्टनम आर्थिक कॉरिडोर) के भूमि अधिग्रहण घोटाले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बुधवार को तीन पटवारियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में दिनेश पटेल (नायकबांधा), लेखराम देवांगन (टोकरो) और बसंती घृतलहरे (भेलवाडीह) शामिल हैं। तीनों को रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया गया।
आरोप है कि वर्ष 2020 से 2024 के बीच इन पटवारियों ने मुआवजा वितरण में गड़बड़ी की, पिछली तारीखों में नामांतरण और बंटवारे के दस्तावेज तैयार किए तथा सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचाया। ईओडब्ल्यू की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने प्रभावित भूमि को दोबारा बेचने, गलत मुआवजा तय करने और खातों में फर्जी बंटवारा कर भ्रष्टाचार किया।
इन पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पहले कोर्ट ने इनके खिलाफ वारंट और कुर्की-उद्घोषणा जारी की थी, लेकिन उच्च न्यायालय ने गिरफ्तारी पर अस्थायी रोक लगा दी थी। 28 अक्टूबर 2025 को हाईकोर्ट ने यह रोक हटाई, जिसके बाद बुधवार को ईओडब्ल्यू ने तीनों को हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश किया। मामले के अन्य आरोपी अब भी फरार हैं और उनकी तलाश जारी है।
ईओडब्ल्यू इस घोटाले में पहले ही लगभग 7,500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर चुकी है, जिसमें 10 से अधिक आरोपियों के नाम शामिल थे। जांच में करीब 32 करोड़ रुपये के मुआवजा घोटाले का खुलासा हुआ था। उस चालान में कई राजस्व अधिकारी और निजी व्यक्ति भी आरोपी बनाए गए थे, जिनमें से कई अब भी फरार हैं।




