‘अमन-शांति’ फैलाएगी ‘फैक्ट फाइडिंग’ टीम!,निकालेंगे ‘शहर-शहर’ शांति मार्च

By : madhukar dubey, Last Updated : April 15, 2023 | 11:50 am

रायपुर। बेमेतरा जिले (Bemetara district) के बिरनपुर, बस्तर के नारायणपुर में जिस तरह की हिंसक घटनाएं हुई हैं। इसका अब विरोध हो रहा है। रायपुर नागरिक समाज नाम के समूह ने अब इस तरह की घटनाएं न हों, इसके लिए एक नई पहल की है। समाज ने तय किया है कि हर जिले में फैक्ट फाइंडिंग टीम (fact finding team) बनेगी, शांति मार्च का आयोजन किया जाएगा।

रायपुर नागरिक समाज नाम के समूह के पदाधिकारी लोगों से मुलाकात करेंगे और हिंसक घटना के प्रति जागरुक कर ऐसी वारदातों से दूर रहने और समय पर पुलिस को खबर देने कहेंगे।

रायपुर नागरिक समाज नाम के इस समूह में कांग्रस को सीधे और अप्रत्यक्ष रूप से सपोर्ट करने वाले शहरी शामिल हैं। इसकी एक बैठक भी रायपुर में आयोजित की गई। बैठक में कहा गया कि दो समुदायों को भड़काकर हिंसा के लिए उकसाने की शर्मनाक कोशिशें हुईं। समाज का कहना है कि भाजपा, आरएसएस, विहिप और बजगरंग दल जैसे संगठन लगातार प्रदेश का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं ऐसे में सरकार के साथ साथ जागरूक नागरिकों की जिम्मेदारी है कि नफरत के इस माहौल के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें।

आम लोगों से अपील

रायपुर नागरिक समाज ने छत्तीसगढ़ के सभी जिलों के जागरूक नागरिकों से अपील की है कि वह संगठित होकर साम्प्रदायिकता के खिलाफ खड़े हों।

जहां भी इस तरह की घटनाएं हों या फिर आशंका हो नागरिक समाज के लोग गांधीवादी , समतावादी लोगों को लेकर मौके पर जाएं और शांति एवं सौहार्द्र के लिए लोगों से अपील करें।

रायपुर नागरिक समाज प्रदेश के सभी जिलों से संपर्क स्थापित कर वहां नागरिक समाज की फैक्ट फाइंडिंग टीम बनाएगा। रायपुर नागरिक समाज ने राज्य में पुलिस प्रशासन से साम्पदायिक तनाव फैलाने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटने की अपील की है। शांति मार्च निकाला गया

पत्रकार, लखेक व शिक्षाविद भी होंगे शामिल

14 अप्रैल को अंबेडकर दिवस के अवसर पर रायपुर नागरिक समाज के बैनर तले अंबेडकर चौक से आजाद चौक गांधी प्रतिमा तक शांति मार्च निकाला गया। रैली संविधान बचाओ देश बचाओ, भाई भाई नहीं लड़ेगा, साम्प्रदायिकता मुर्दाबाद के नारे के साथ गांधी प्रतिमा तक पहुंची। सभा को डॉ राकेश गुप्ता ने संबोधित किया व धर्मराज महापात्र ने सभी का आभार प्रकट किया। शांति मार्च में किसान, मजदूर नेताओं, शिक्षक, प्रोफेसर,रंगकर्मी, लेखक, पत्रकार, छात्र संगठनों के लोग शामिल थे। इस तरह के शांति मार्च हर जिले में निकाले जाएंगे।