रायपुर। कांग्रेस ने अपने चुनावी रणनीति में महत्वपूर्ण छत्तीसगढ़ कांग्रेस पॉलिटिकल अफेयर कमेटी (Congress Political Affairs Committee) का गठन कर दिया है। इसकी कमान कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा (State in-charge Kumari Selja) बतौर अध्यक्ष के रुप में संभालेंगी। इसके साथ ही इसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित 7 मंत्री भी शामिल किए गए हैं। इसमें उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के अलावा कमेटी में CM भूपेश बघेल और डिप्टी CM टीएस सिंहदेव भी शामिल हैं। बता दें कि कमेटी के इस जारी सूची में दीपक बैज समेत 14 नेताओं को जगह मिली है। साथ ही सप्तगिरी शंकर उल्का, चंदन यादव और विजय जांगिड़ को सदस्य बनाया गया है। इसके अलावा विशेष आमंत्रित सदस्यों में 7 लोगों को जगह दी गई है।
पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी चुनाव में कई अहम रणनीति तैयार करती है। कई महत्वपूर्ण राजनीतिक मामलों पर कांग्रेस का स्टैंड तय करने से लेकर तुरंत फैसले लेने के लिए ये कमेटी बनाई गई है। राज्य में घोषणा पत्र में कौन सी बातें शामिल हो सकती है, इसमे अपने सुझाव कमेटी देती है। इसके अलावा किसी सीट में अगर किसी सीट में एंटी इनकंबेंसी की स्थिति है,तब इसे कैसे दूर किया जाए इसके सुझाव देती है। हर सीट के हिसाब से चुनावी रणनीति और मुद्दों के हिसाब से सामने वाली पार्टी को काउंटर किए जाने के सुझाव पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी देती है।
इस कमेटी में कांग्रेस चुनाव समिति के ही ज्यादातर नामों को रिपीट किया गया है। फर्क सिर्फ इतना है कि चुनाव समिति में सीएम, डिप्टी सीएम समेत 8 मंत्रियों को जगह मिली थी लेकिन इस लिस्ट से में 7 मंत्रियों को ही जगह मिली है। मंत्री रूद्र गुरू का नाम गायब है। जबकि ताम्रध्वज साहू, रविन्द्र चौबे, मोहम्मद अकबर, अनिला भेड़िया, जयसिंह अग्रवाल, मोहन मरकाम और शिव डहरिया को जगह दी गई है। पिछली लिस्ट की ही तरह महिला कांग्रेस, यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई के अध्यक्षों को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। साथ ही सेवा दल के मुख्य संयोजक को भी पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी में जोड़ा गया है।
चुनाव समिति की लिस्ट में शामिल रूद्र गुरू का नाम इस पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की लिस्ट में नहीं है। इसके अलावा मंत्री अमरजीत भगत और मंत्री कवासी लखमा को दोनों ही समितियों में जगह नहीं मिली है। फिलहाल कांग्रेस में जितनी भी लिस्ट आई है, उनमें जातिगत और भौगोलिक समीकरणों का ध्यान रखा गया है। रूद्र गुरू अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं और इस वर्ग से मंत्री शिव डहरिया शामिल हैं। इसी तहर अमरजीत भगत और कवासी लखमा अनुसूचित जनजाति वर्ग से आते हैं और मंत्री मोहन मरकाम और अनिला भेड़िया को इस समीकरण के तहत जगह दी गई है।
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