रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव (National Road Safety Short Film Festival) में शामिल हुए। दो दिवसीय राष्ट्रीय लघु फिल्म महोत्सव का आयोजन रायपुर के मेडिकल कॉलेज स्थित अटल बिहारी वाजपेयी ऑडिटोरियम में किया गया है। मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सड़क सुरक्षा पर बनी लघु फिल्म ’फाइनल्स’ तथा ’गलती मोर सजा तोर’ (Short films Finals and Galti Mor Saja Tor) भी देखी।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव में लघु फिल्मों के माध्यम से बताया गया कि छोटी-छोटी लापरवाहियों से एक अनमोल जीवन चला जाता है। इसे बचाया जा सकता है, यदि ट्रैफिक के नियमों का पूरी तरह से पालन किया जाए। मैंने यह फिल्में देखी और यातायात विभाग ने क्रिएटिव माध्यम से इन लापरवाहियों को बताया है, जिसका बहुत अच्छा असर दर्शकों पर पड़ेगा और वे ट्रैफिक से संबंधित सावधानियां बरतेंगे। यातायात के नियमों का पालन नहीं करने के कारण लोग असमय ही काल के ग्रास में चले जाते है। यातायात विभाग और पुलिस विभाग यातायात नियमों के पालन सड़क सुरक्षा के उपायों के प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य तो लगातार करते ही रहते हैं, अभियान भी चलाते हैं। लेकिन हमें स्वयं भी सड़क सुरक्षा के उपाय का कड़ाई के साथ पालन करना चाहिए। सभी का जीवन बहुत कीमती हैं, छोटी-छोटी लापरवाही से सड़क दुर्घटनाएं होती हैं और इसमें कई लोगों की मृत्यु हो जाती है। कई परिवार उजड़ जाते हैं।
मुख्यमंत्री ने सड़क सुरक्षा जागरूकता के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में राष्ट्रीय लघु फिल्म महोत्सव के आयोजन के लिए यातायात विभाग की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह फिल्म महोत्सव लोगों को यातायात के नियमों का पालन करने के लिए जागरूक करने में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि जनजागरूकता के ऐसे ही कार्यक्रम होते रहने चाहिए।
आज कार्यक्रम के दौरान दिखाई गई लघु फिल्मों की क्लिपिंग में बड़े प्रभावित तरीकों से छोटी-छोटी लापरवाहियों के दर्दनाक परिणाम को दिखाया गया है। यह फिल्में लोगों को यातायात और सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करंेगी। मुख्यमंत्री ने ड्राइविंग के दौरान हेलमेट लगाने, मोबाइल का उपयोग न करने और नशा करके गाड़ी न चलाने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर यातायात संदर्शिका और पोस्टर का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय लघु फिल्म महोत्सव में छत्तीसगढ़ी और छत्तीसगढ़ की विभिन्न भाषाओं तथा भारतीय भाषाओं की लघु कैटेगरी की श्रेष्ठ फिल्मों, सर्वश्रेष्ठ कहानी और सर्वश्रेष्ठ कलाकार को पुरस्कार राशि का चेक और स्मृति चिन्ह देकर पुरस्कृत किया। छत्तीसगढ़ी फिल्मों की श्रेणी में लघु फिल्म ’गलती मोर सजा तोर’ को प्रथम, ’द टेल ऑफ नेगलिजेन्स’ को द्वितीय और हेलमेट लघु फिल्म को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इस श्रेणी में बेस्ट स्टोरी के लिए ’गलती मोर सजा तोर’ फिल्म के लिए लिमेश कुमार साहू, बेस्ट सिनेमेटोग्राफी का पुरस्कार द टेल ऑफ नेगलिजेन्स के रिशिल थवारे और सर्वश्रेष्ठ कलाकार का पुरस्कार हेलमेट के बिन्नी पाल को दिया गया।
इसी तरह भारतीय भाषाओं की लघु फिल्म की श्रेणी में फाइनल्स को प्रथम, रक्षासूत्र को द्वितीय और द ग्रेट गैम्बलर को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। बेस्ट स्टोरी के लिए फाइनल्स फिल्म के श्री विवेक विजेयन, बेस्ट सिनेमेटोग्राफी का पुरस्कार ट्रैफिक रूल्स के शैलेष अनिखिंडी, सर्वश्रेष्ठ कलाकार का पुरस्कार हड़बड़ी में गड़बड़ी फिल्म के अभिनेता श्री तुलेन्द्र पटेल को प्रदान किया गया। बेस्ट मूवी इन एप्रिसिएशन का पुरस्कार गंगुआ फिल्म डायरेक्टर देवेन्द्र जांगड़े को प्रदान किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जुरी के सदस्यों मनोज वर्मा, हीरा मानिकपुरी और योग मिश्रा को सम्मानित किया। उन्होंने यातायात विभाग में उत्कृष्ट कार्य करने वाले रायपुर के पुलिस उपनिरीक्षक टी.के. लाल भोई, मुंगेली के मुकेश यादव, जशपुर के बेलचंदन एक्का और दंतेवाड़ा के वीरेन्द्र वर्मा को भी सम्मानित किया गया।
इसके पहले मुख्यमंत्री ने अतिथियों के साथ सड़क सुरक्षा पर परिवहन विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने प्रदर्शनी स्टॉल में पावर हाउस और भिलाई लेन में ट्रैफिक दबाव के नियंत्रण के लिए बनाए गए ओव्हरब्रिज मॉडल और परिवहन विभाग द्वारा आम लोगों-युवाओं के लर्निंग लाईसेंस के लिए परिवहन सुविधा केन्द्र का अवलोकन कर प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने वाहन चालकों को वाहन चलाने की ट्रेनिंग व्यवस्था का अवलोकन किया।
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