बारिश में भीगते हुए छात्राओं ने हाइवे किया जाम, जानिए क्या है मामला

यह विरोध न तो किसी राजनीतिक पार्टी का था, न ही किसी संगठन का। यह उन बच्चियों का अपना निर्णय था, जो अब अपनी शिक्षा को लेकर गंभीर हो चुकी हैं और चुप नहीं रहना चाहतीं।

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  • Publish Date - July 25, 2025 / 02:25 PM IST

दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा (Dantewara) जिले में ‘छू लो आसमान स्कूल’ की करीब 350 छात्राओं ने आज भारी बारिश के बीच नेशनल हाईवे पर बैठकर ढाई घंटे तक सड़क जाम कर दिया। हाथों में तख्तियां लिए इन बच्चियों ने प्रशासन से अपनी मांग रखते हुए नारे लगाए, “हमें सिर्फ शिक्षक नहीं, भरोसा चाहिए।” छात्राओं ने बताया कि शिक्षा विभाग के बार-बार किए गए वादों पर अब उनका विश्वास टूट चुका है, और अब वे चाहती हैं कि कलेक्टर खुद आकर यह गारंटी दें कि जिन शिक्षकों ने उन्हें पढ़ने और आगे बढ़ने का सपना दिखाया था, वे वापस आएंगे।

स्वतंत्र विरोध, कोई संगठन या पार्टी नहीं

यह विरोध न तो किसी राजनीतिक पार्टी का था, न ही किसी संगठन का। यह उन बच्चियों का अपना निर्णय था, जो अब अपनी शिक्षा को लेकर गंभीर हो चुकी हैं और चुप नहीं रहना चाहतीं। प्रदर्शन के दौरान बारिश तेज थी, लेकिन छात्राएं अपनी मांगों को लेकर डटी रहीं। प्रशासन ने हालांकि इस प्रदर्शन के पीछे किसी उकसावे की संभावना की जांच शुरू कर दी है और कहा है कि अगर किसी शिक्षक या अन्य व्यक्ति ने इन बच्चियों को उकसाया है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।

भरोसे की वापसी की मांग

यह प्रदर्शन सिर्फ शिक्षकों की वापसी तक सीमित नहीं था, बल्कि उन वादों और उस भरोसे की वापसी की भी मांग थी, जो कभी इन बच्चियों को दिखाए गए थे। अब प्रशासन मामले की जांच और समाधान की बात कर रहा है, लेकिन बच्चियों के मन में असमंजस बना हुआ है। सवाल यह उठता है कि जब भविष्य की ये बेटियां अपनी शिक्षा के अधिकार के लिए सड़क पर बैठने को मजबूर हो जाएं, तो क्या इसे सिर्फ विरोध समझना चाहिए या इसे सिस्टम के लिए एक आईना और चेतावनी के रूप में देखना चाहिए?