छत्तीसगढ़। (Kasdol block) वाह! क्या खूब, मास्टर जी को अब पढ़ाना अच्छा नहीं लगता। वे अपने घर में इतने मशगूल हैं कि अब भाड़े पर मास्टरनी रखकर स्कूल के बच्चों की पढ़वाई करवा रहे हैं। ये खेल महीनों से चल रहा था। लेकिन जैसे ही इसकी भनक लोगों को लगी तो एक शख्स आगे आया। उसने पूरे वाक्या को अपने विडियो रिकार्डिंग में कैद कर लिया। फिर क्या था, मास्टर जी कारस्तानी लोगों के सामने आ गई।
शिक्षा विभाग (education Department) में इसको लेकर अब हड़कंप मचा हुआ है। ये हैरतअंगेज मामला बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र एवं कसडोल विकासखंड के वनांचल क्षेत्र में स्थित आदर्श प्राथमिक शाला देवरुंग का है। इससे शिक्षा विभाग के कार्यशैली पर बड़ा सवाल उठता है। वही इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी सी एस ध्रुव ने जल्द ही जांच कर कार्यवाही करने की बात कही है।
सूत्रों के मुताबिक ये पूरा खेल अधिकारी के संरक्षण में चला रहा है, जैसा की ग्रामीणों का आरोप है। उनका कहना है कि इसकी शिकायत पूर्व में की गई थी, इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। बहरहाल, अब देखने वाली बात है, क्या कार्रवाई होती है।
प्रधान पाठक पिछले 7 माह से कभी-कभी स्कूल आते हैं और अपने स्थान पर एक किराए में शिक्षिका रखे हैं। इनके द्वारा स्कूल बच्चों को अध्ययन कराया जाता है। बच्चों ने बताया कि उनके शिक्षक समीर मिश्रा कभी-कभी ही स्कूल आते हैं वहीं उनके स्थान पर किराए में शिक्षा दे रहे रूपाली सोनी ने बताया कि समीर कुमार मिश्रा के द्वारा उन्हें महीने में 6000 देने की बात कह कर स्कूल में पढ़ाने रखा गया है और 4000 वेतन दे रहे हैं ।
साथ ही बताया कि उनके द्वारा इस स्कूल में 7 महीने से बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं। इस दौरान कोई भी अधिकारी इस स्कूल में निरीक्षण करने नहीं आए हैं शिक्षा विभाग के द्वारा यहां घोर लापरवाही बरती गई है। विकास खंड शिक्षा अधिकारी राधे जयसवाल से इस संबंध में चर्चा करने पर बताया गया कि उन्हें भी शिकायत मिली है लेकिन उनके द्वारा शिक्षक को सिर्फ चेतवानी दिया गया है अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
बलौदा बाजार जिले के अंतर्गत वनांचल के विभिन्न स्कूलों का हाल हमेशा खस्ताहाल नजर आ रहा है अधिकारियों को भी इस संबंध में अवगत कराने के बाद भी कार्यवाही नहीं की जाती है । वनांचल क्षेत्र में पढ़ाने वाले कई शिक्षक बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते आ रहे हैं ऐसे शिक्षक पर पालकों द्वारा कड़ी कार्यवाही करने की मांग की गई है।