सुकमा: 9 जून को सुकमा जिले के कोंटा डिवीजन में प्रेशर IED ब्लास्ट (IED blast) में एएसपी आकाश राव शहीद हो गए थे। इस गंभीर घटना की जांच अब स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) को सौंपी गई है। गृह विभाग ने आदेश जारी करते हुए SIA को जांच की पूरी जिम्मेदारी दी है।
लीडर: SP नीरज चंद्राकर
अन्य सदस्य: ASP, TI, SI समेत कुल 6 अधिकारी
SIA डायरेक्टर अंकित गर्ग और DGP अरुण देव गौतम ने टीम को विशेष निर्देश दिए हैं।
SIA की टीम दो दिनों में सुकमा पहुंचकर घटनास्थल से सबूत इकट्ठा करेगी और IED लगाने वाले नक्सलियों का पता लगाकर गिरफ्तारी की कार्रवाई करेगी।
स्थापना: एक साल पहले विष्णुदेव साय सरकार द्वारा
मॉडल: NIA (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) की तर्ज पर
फोकस: नक्सलवाद, धर्मांतरण और गौ तस्करी
संख्या: फिलहाल 26 सदस्य
रिपोर्टिंग: सीधे DGP और गृह विभाग को
SIA को NAFIS (नेशनल ऑटोमैटिक फिंगरप्रिंट आइडेंटिटी सिस्टम) का एक्सेस मिलेगा, जिससे वे 18 राज्यों के अपराधियों का डेटा देख सकेंगे। इससे नक्सलियों और अन्य अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी तेज़ होगी।
SIA किसी भी जिले में बिना स्थानीय SP या थाना प्रभारी को सूचित किए कार्रवाई कर सकती है।
कार्रवाई के बाद संबंधित अधिकारी को सूचना देना अनिवार्य है।
पूरे प्रदेश में SIA को स्वतंत्र जांच का अधिकार है।