रायपुर, 29 नवंबर (आईएएनएस)| छत्तीसगढ़ के भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के भाजपा प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम की गिरफ्तारी के लिए झारखंड पुलिस की टीम ने मंगलवार को दूसरे दिन भी कांकेर में कैंप किए रखा। नेताम झारखंड के जमशेदपुर की एक नाबालिग लड़की से गैंगरेप और उसे देह व्यापार के मजबूर करने के मामले में आरोपी हैं। इस संबंध में जमशेदपुर के टेल्को थाने में वर्ष 2019 में ही मामला दर्ज किया गया था। झारखंड पुलिस की टीम ने मंगलवार सुबह नेताम और इस मामले के तीन अन्य आरोपियों के घरों पर दस्तक दी, लेकिन इनमें से कोई नहीं मिला। पुलिस ने सभी के घरवालों को नोटिस देकर सुबह 10 बजे तक कांकेर थाना में पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा था। खबर है कि नोटिस के बावजूद नेताम सुबह से ही चुनाव जनसंपर्क अभियान में जुटे रहे। उन्होंने दिन भर के अपने कार्यक्रम का शेड्यूल भी जारी किया था। उनके अधिवक्ता ने थाने पहुंचकर नेताम की ओर से लिखित तौर पर पुलिस को जवाब देने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने अधिवक्ता का जवाब लेने के इनकार कर दिया। इस बीच नेताम के खुद पुलिस के पास पहुंचकर सरेंडर करने की भी चर्चा होती रही, लेकिन शाम पांच बजे तक झारखंड पुलिस कांकेर क्षेत्र में उनका इंतजार करती रही।
इधर, इस मसले को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासी आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चल रहा है। छत्तीस के सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि भाजपा के लोग तो चुनौती के अंदाज में कह रहे थे कि अगर हमपर मामला है तो पुलिस हमें गिरफ्तार करे। अब जब पुलिस आ गई है गिरफ्तार करने तो भाजपाई हाय तौबा क्यों मचा रहे हैं? अब षड्यंत्र की बात क्यों कह रहे हैं? बघेल ने कहा कि यह मामला तो झारखंड में तब का है, जब वहां के मुख्यमंत्री भाजपा के रघुवर दास थे। उन्हीं के कार्यकाल के दौरान एफआईआर और जांच हुई तो अब बलात्कारी के साथ पार्टी क्यों खड़ी है?
इस मामले में छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप, प्रदेश प्रवक्ता देवलाल ठाकुर और अनुसूचित जनजाति मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम ने प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस पर ओछी मानसिकता दिखाने और षड्यंत्र के तहत भाजपा प्रत्याशी को बदनाम करने का आरोप मढ़ा था।
बता दें कि नेताम सहित कुल 10 से 12 लोगों पर जमशेदपुर में नाबालिग से गैंगरेप और उसे जबरन देह व्यापार में धकेलने का आरोप लगा है। यह 2019 का है। इस संबंध में जमशेदपुर के टेल्को थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। शुरूआत में पांच लोगों को आरोपी बनाया गया था। बाद में मामले की जांच और सुपरविजन के दौरान छत्तीसगढ़ के पूर्व विधायक ब्रह्मानंद नेताम और दीपांकर सिन्हा के नाम भी इस सामने आए। झारखंड पुलिस ने इस केस में छत्तीसगढ़ के महासमुंद से शीतल उर्फ सपना महतो और सुरेंद्र सिन्हा सहित पांच लोगों को पूर्व में ही गिरफ्तार किया था। पीड़िता ने अपनी एक डायरी में इन सभी के नाम लिख रखे थे।