जेपी नड्डा दे गए तीन फार्मेट, जो होगा अव्वल, उसके सिर सजेगा मंत्री का ताज

By : madhukar dubey, Last Updated : September 27, 2024 | 4:08 pm

—निकाय और पंचायत चुनावों के बाद संभावना, एक वर्ग का दावा बीच में भी हो शपथ ग्रहण
—भाजपा सदस्यता अभियान के भाजपा खोलेगी अपने पत्ते

रायपुर। विष्णुदेव साय सरकार में शिक्षा मंत्री रहे बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद से खाली मंत्री पद(vacant ministerial post) के दावेदारों की चर्चा प्रदेश और भाजपा के सियासी गलियारे में तेज हैं। इसके अलावा निगम मंडल और आयोग में अध्यक्षों की नियुक्तियों को लेकर भी तमाम कायस लगाए जा रहे हैं। मंत्री पद सहित उक्त निगम मंडल और आयोग के अध्यक्ष के लिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने क्या मापदंड तय किए हैं, इसका बड़ा खुलासा भाजपा के राष्ट्रीय जेपी नड्डा के गुरुवार को छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान हुआ है, वैसे इसकी पुष्टि पार्टी की तरफ से भले ही नहीं की गई, लेकिन अंदखाने से सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि भाजपा सदस्यता अभियान की समीक्षा के साथ ही जेपी नड्डा ने छत्तीसगढ़ भाजपा संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक में खाली मंत्री पद और निगम और आयोगों(In corporations and commissions) में होने वाली नियुक्ति पर भी विचार मंथन किया।

सूत्रों के मुताबिक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंत्री और निगम और आयोगों के अध्यक्ष पद के लिए तीन फार्मेट तय कर दिए हैं। पहला है भाजपा का सदस्यता अभियान और दूसरा छत्तीसगढ़ में आगामी निकाय और पंचायत चुनाव तो तीसरा रायपुर दक्षिण विधानसभा का उपचुनाव है। इसमें जो भी विधायक और पार्टी के पदाधिकारी अपना शानदार प्रदर्शन करेंगे, उन्हें पार्टी पुरस्कार स्वरूप मंत्री और निगम और आयोगों के अध्यक्ष के पदों से नवाजा जाएगा। हालांकि, हाल ही में बस्तर, सरगुजा, मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास, अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण उपाध्यक्षों की नियुक्ति हुई। इन नियुक्तियों की पीछे मंशा थी, योजनाओं को तत्काल जमीनी स्तर पर उतारा जाए। लेकिन बाकी निगम और मंडलों में नियुक्ति के लिए शीर्ष नेतृत्व को भेजी गई सूची पर अभी तक मोहर नहीं लग सकी है।

फिलहाल, अभी तक इन उक्त पदों पर नियुक्ति और मंत्री पद पर शपथ नहीं होने के पीछे यही तर्क दिए जा रहे हैं कि आगामी निकाय और पंचायत चुनावों की वजह से रूकी हुई हैं। क्योंकि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व की मंशा है कि इन राजनीतिक नियुक्तियों के जरिए क्षेत्रीय और जातीय संतुलन को भी साधा जाए। ताकि दोबारा भाजपा की सत्ता में वापसी की राह आसान हो सके। दूसरा पहलू यह भी है कि अगर निकाय और पंचायत चुनाव के पूर्व इन पदों पर नियुक्ति कर देने से कहीं पार्टी में असंतोष न पैदा हो जाए। यह भी एक बड़ी वजह राजनीतिक जानकार बता रहे हैं। छत्तीसगढ़ में इस समय 10 मंत्री हैं। इसमें अरुण साव, विजय शर्मा, ओपी चौधरी, रामविचार नेताम, केदार कश्यप, दयालदास बघेल, श्यामबिहारी जायसवाल, लखनलाल देवांगन, टंकराम वर्मा और लक्ष्मी राजवाड़े मंत्री हैं।

कथाकथित दिए गए ये प्रमुख तीन फार्मेट

जेपी नड्डा द्वारा कथाकथित रूप से दिए गए तीन फार्मेट में जो पदाधिकारी और विधायक सबसे अच्छा प्रदर्शन करेगा, उसे ही मंत्री और आयोग और निगम मंडल में पद मिलेंगे। भाजपा का सदस्यता अभियान और नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के साथ-साथ रायपुर दक्षिण का उपचुनाव।

30 लाख से अब 50 लाख सदस्य बनाने का मिला टारगेट

भाजपा के सदस्यता अभियान को अगर छत्तीसगढ़ के परिपेक्ष्य में देखा जाए तो अभी तक पार्टी के आकाड़ों के मुताबिक 19 लाख सदस्य बन जा चुके हैं। इसकी प्रगति रिपोर्ट भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ली। कहा है कि इसमें और भी तेजी लाई जाए 30 लाख से 50 लाख तक सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा जाए। इसमें सभी को उन्होंने निष्ठा के साथ युद्ध स्तर पर जुटने का आह्वान किया। अभी हाल में दिल्ली में भी छत्तीसगढ़ सदस्यता अभियान की जिम्मेदारी संभालने वाले पदाधिकारियों की बैठक में प्रगति रिपोर्ट ली थी। ऐसे में एक बार फिर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के रायपुर एकदिवसीय प्रवास से सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि पार्टी इस सदस्यता अभियान को लेकर गंभीर है। साथ ही नड्डा से सांकेतिक रूप से यह संदेश पार्टी के पदाधिकारियों को संदेश दिया है कि नियुक्तियों की चिंता छोड़कर अपने अभियान में जुटे। जल्द ही नियुक्तियों के लिए नामों पर मोहर लग जाएगी।