शराब घोटाला: भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य की रिमांड 15 सितंबर तक बढ़ी, ED पेश कर सकती है चालान

गौरतलब है कि ED ने चैतन्य बघेल को 18 जुलाई को गिरफ्तार किया था और तब से वह करीब दो महीने से जेल में बंद हैं।

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  • Publish Date - September 6, 2025 / 03:14 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले (liquor scam) से जुड़े मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की न्यायिक रिमांड 15 सितंबर तक बढ़ा दी गई है। इस तारीख को प्रवर्तन निदेशालय (ED) उनके खिलाफ चालान पेश कर सकती है। शनिवार को यह पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई।

गौरतलब है कि ED ने चैतन्य बघेल को 18 जुलाई को गिरफ्तार किया था और तब से वह करीब दो महीने से जेल में बंद हैं।

चैतन्य को शराब घोटाले से 16.70 करोड़ रुपए मिले – ED

प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार, शराब घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग केस में चैतन्य बघेल को आरोपी बनाया गया है। ED का दावा है कि चैतन्य को इस घोटाले से 16.70 करोड़ रुपए मिले, जिन्हें बाद में रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में इन्वेस्ट किया गया।

ब्लैक मनी को वाइट करने के लिए फर्जी निवेश दिखाया गया और एक सिंडिकेट के जरिए करीब 1000 करोड़ रुपए की हेराफेरी की गई।

विट्ठल ग्रीन प्रोजेक्ट में हुआ इन्वेस्ट

ED की जांच में यह सामने आया है कि चैतन्य बघेल के ‘विट्ठल ग्रीन प्रोजेक्ट’ (बघेल डेवलपर्स) में घोटाले के पैसे लगाए गए। इस प्रोजेक्ट से जुड़े अकाउंटेंट के ठिकानों पर छापे मारकर ED ने कई दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड जब्त किए।

प्रोजेक्ट के कंसल्टेंट राजेन्द्र जैन ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का वास्तविक खर्च 13-15 करोड़ रुपए था, लेकिन रिकॉर्ड में सिर्फ 7.14 करोड़ रुपए दिखाए गए। जब्त डिजिटल डिवाइसेस से पता चला कि बघेल की कंपनी ने एक ठेकेदार को 4.2 करोड़ रुपए नकद भुगतान किया, जिसकी कोई रिकॉर्डिंग नहीं की गई थी।