लखमा बोले, मैं तो अनपढ़ हूं त्रिपाठी जिस पर बोलता था मै साइन कर देता था
रायपुर / Liquor scam worth Rs 2200 crore छत्तीसगढ़ की बहुचर्चित 2200 करोड़ रुपए के शराब घोटाले मामले में प्रदेश के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा (Former Excise Minister Kawasi Lakhma) के साथ उनके पुत्र और कांग्रेस नेता हरीश लखमा की मुश्किलें लगातार बढ़ते ही जा रही हंै।
बता दें, शनिवार को ईडी की छापामार कार्रवाई के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दोनों को पूछताछ के लिए तलब किया है। जानकारी के अनुसार, पूरा मामला शराब घोटाले से जुड़ा हुआ है, जिस पर पूछताछ के लिए कांग्रेस शासनकाल में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा और उनके पुत्र और सुकमा जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश लखमा को पूछताछ के लिए समन भेजा है।बताया जा रहा है कि जल्द ही घोटाले में ईडी और कई लोगों की संलिप्तता का खुलासा कर सकती है।
दो दिन पहले ही पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के धरमपुरा, रायपुर स्थित बंगले और बेटे हरीश कवासी के सुकमा स्थित घर समेत कुल 7 ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी। यहां दस्तावेज खंगालने के बाद अफसरों ने पूर्व मंत्री की कार को घर से बाहर निकालकर तलाशी भी ली थी। बंगले में बड़ी संख्या में सीआरपीएफ के जवान मौजूद थे। केवल कवासी लखना और हरीश लखमा ही नहीं बल्कि कवासी के करीबी सुशील ओझा के चौबे कॉलोनी स्थित निवास और कुसमा नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू के घर पर भी ईडी ने छापा मारा था।
एपी त्रिपाठी पर फोड़ा ठीकरा
वहीं ईडी की छापेमार कार्रवाई के बाद कवासी लखमा ने मीडिया से मुखातिब होते हुए एक बड़ा बयान दे डाला था। लकमा ने इस शराब घोटाले का सारा ठीकरा पूर्व आबकारी सचिव एपी त्रिपाठी के सर फोड़ते हुए कहा की मै तो अनपढ़ हूँ ये सब घोटाले से मेरा कोई लेना देना नहीं है और न ही मुझे घोटाले का एक भी पैसा मिला है। त्रिपाठी मेरे पास आता था और दस्तावेज में मेरे से दस्तखत करवाता था ये सब उन्ही लोगों ने किया है। साथ ही कवासी लखमा ने खुद को निर्दोष बताया है।
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