रायपुर। छत्तीसगढ़ में बिजली उपभोक्ता (Electricity Consumer in chhattisgarh) की जेब पर प्रति यूनिट 15-18 पैसे (15-18 paise per unit) का लोड बढ़ गया है। छत्तीसगढ़ में जुलाई महीने में उपभोग की गई बिजली का बिल इस बार उपभोक्ताओं को ज्यादा चुकाना पड़ेगा। दरअसल केंद्रीय विद्युत मंत्रालय भारत सरकार की अधिसूचना के अनुसार बिजली बिल में वेरियेबल कॉस्ट एडजेस्टमेंट (वीसीए) शुल्क के स्थान पर अब ईंधन एवं विद्युत क्रय समायोजन अधिभार (एफपीपीएएस) अधिरोपित किया जा रहा है।
बीते महीने छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी व्दारा बिजली लागत में 40 पैसे प्रति यूनिट का इजाफा हुआ है, लिहाजा जुलाई महीने की खपत पर उपभोक्ताओं को 14.23 प्रतिशत ईंधन एवं विद्युत क्रय समायोजन अधिभार लगेगा। यानी उपभोक्ताओं से 400 यूनिट खपत पर 15 से 18 पैसे तक प्रति यूनिट का अभिभार लिया जाएगा।
बता दें कि बिजली उत्पादन से लेकर इनके ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन में लगने वाली कंपनी की लागत 40 पैसे तक बढ़ गई है। इसकी वजह से जुलाई के महीने में घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 15-18 पैसे अधिक चुकाने होंगे। हालांकि शासन की ओर से चलाई जा रही हाफ बिजली बिल की योजना के तहत चार सौ यूनिट तक उपभोक्ताओं को 7-9 पैसे प्रति यूनिट तक ही अतिरिक्त राशि चुकानी होगी, जबकि शेष राशि शासन की ओर से चुकाई जाएगी। वहीं, औद्योगिक ईकाइयों पर इस बढ़ी हुई दर के हिसाब से अधिकतम 25 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से अतिरिक्त शुल्क देना होगा। यह भुगतान जुलाई के आने वाले बिल में ही जोड़ा जाएगा।
यह भी पढ़ें : भाजपा तैयार कर रही यूपी में चुनावी फौज, पंचायत अध्यक्षों और सदस्यों को देगी ट्रेनिंग