हड्डी में छेद करने के लिए आंबेडकर अस्पताल में आएगी मशीन
By : hashtagu, Last Updated : June 20, 2023 | 3:12 pm
अस्पताल प्रशासन ने ओटी और उपकरणों की स्थिति सुधारने के लिए मॉड्यूलर ओटी पर फोकस किया है। अफसरों का मानना है कि ओटी को मॉड्यूलर ओटी में तब्दील करने से ज्यादातर समस्याएं दूर हो जाएंगी। इस वजह से इस ओर प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। फिलहाल ओटी के फ्लोर और छत की ऊंचाई को नापा जा रहा है, क्योंकि अस्पताल की बिल्डिंग 90 के दशक में बनायी गई है।
बिल्डिंग जब बनवाई गई थी तब मॉड्यूलर ओटी का कोई कांसेप्ट नहीं था। अब चूंकि मॉड्यूलर ओटी कांसेप्ट है। ऐसी दशा में ओटी की डिजाइन और फ्लोर व छत की ऊंचाई का ध्यान रखा जाता है। मॉड्यूलर ओटी के लिए फ्लोर से छत की ऊंचाई ज्यादा होनी जरूरी है। ऊंचाई कम होने पर मॉड्यूलर ओटी बनाने में कई तरह की दिक्कत आती है।
इस वजह से अंबेडकर अस्पताल के ओटी कांप्लेक्स के फ्लोर से छत की ऊंचाई चेक करवायी जा रही है। इसके लिए मॉड्यूलर ओटी का काम करने वाले इंजीनियरों को बुलाकर उनकी राय ली जा रही है। फिलहाल अस्पताल के मुख्य ऑपरेशन थियेटर के 6 ओटी को मॉड्यूलर किया जाएगा। प्रारंभिक आंकलन के अनुसार एक ओटी को मॉड्यूलकर में तब्दील करने के लिए 60 लाख तक खर्च आएगा।
ढाई से 12 लाख तक की ड्रिल मशीन
अस्पताल में मरीजों की सर्जरी के लिए ढाई से 12 लाख तक की ड्रिल मशीन खरीदी जाएगी। इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। हड्डी रोग विभाग के प्रस्ताव आधार पर कंपनियों से रेट मांगा गया है। छत्तीसगढ़ मेडिकल कार्पोरेशन से भी रेट मांगा गया है कि उन्होंने कितने की आरसी की है। अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि डाक्टरों ने जिस विशेषता की ड्रिल मशीन मांगी है वह बाजार में ढाई लाख से उपलब्ध है। विशेषज्ञों से जांच करवाने के बाद खरीदी की जाएगी।
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