रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस संगठन (Congress organisation) में बड़े बदलाव की तैयारी है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के 41 जिलाध्यक्षों में से सिर्फ 5 मौजूदा पदाधिकारियों को दोबारा मौका मिलने की संभावना है, जबकि 36 जिलों में नए चेहरों को जिम्मेदारी दी जा सकती है। यह फेरबदल संगठन को नया और सक्रिय स्वरूप देने के उद्देश्य से किया जा रहा है। कांग्रेस जल्द इस संबंध में आधिकारिक आदेश जारी करेगी।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, जिन जिलाध्यक्षों का प्रदर्शन कमजोर रहा है, उन्हें हटाने का निर्णय लिया गया है। पिछले छह महीनों में 11 जिलाध्यक्षों की नियुक्ति हुई थी, लेकिन कई जिलों में संगठन उम्मीद के अनुरूप सक्रिय नहीं रहा।
सूत्रों के अनुसार, रायपुर शहर कांग्रेस की कमान सुबोध हरितवाल को, जबकि रायपुर ग्रामीण की कमान प्रवीण साहू को सौंपी जा सकती है। दुर्ग ग्रामीण में राकेश ठाकुर, अंबिकापुर में बालकृष्ण पाठक और जगदलपुर में सुशील मौर्या को जिलाध्यक्ष बनाया जा सकता है। बिलासपुर और धमतरी में नए चेहरे सामने आ सकते हैं।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में पंकज तिवारी या मनोज गुप्ता, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में अशोक श्रीवास्तव या के. डमरू रेड्डी, दुर्ग शहर में आर.एन. वर्मा या धीरज बाकलीवाल, जबकि भिलाई जिले में मुकेश चंद्राकर या साकेत चंद्राकर को जिम्मेदारी मिल सकती है।
दिल्ली में 23 अक्टूबर को कांग्रेस की अहम बैठक में इन बदलावों पर अंतिम मुहर लगी। बैठक में एआईसीसी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, टी.एस. सिंहदेव, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज मौजूद थे। राहुल गांधी की अध्यक्षता में अंतिम निर्णय लिया गया।
कांग्रेस संगठन इस बार ‘परफॉर्मेंस बेस्ड सिस्टम’ लागू कर रहा है। जिलाध्यक्षों के कामकाज की समीक्षा हर छह महीने में होगी। जो संगठन को सक्रिय रखेंगे और जमीनी स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करेंगे, उन्हें आगे मौका दिया जाएगा।
नई टीम की नियुक्ति के बाद दिल्ली में ट्रेनिंग होगी, जहां नए जिलाध्यक्ष कांग्रेस की वर्किंग स्टाइल को समझेंगे और राहुल गांधी से मुलाकात भी करेंगे। सूत्रों के अनुसार, यह पूरी प्रक्रिया 10 नवंबर से पहले पूरी की जाएगी।
