मंत्री ‘भगत’ को चने की आपूर्ति पर ‘कांग्रेसी विधायक’ ने घेरा!, इंगलिश ‘बोलने’ पर बहस!
By : hashtagu, Last Updated : March 17, 2023 | 1:25 pm
विधानसभा अध्यक्ष ने कह दिया कि अंग्रेजी में बात न करें। सदन में इंग्लिश में बात करने को लेकर मजाकिया माहौल भी बना। महंत ने साफ कह दिया कि यहां बहुत से लोग अंग्रेजी नहीं समझते ये आपकी व्यक्तिगत चर्चा नहीं है।
अमितेश शुक्ल- खाद्य सामग्री के सप्लाय का प्रावधान अंग्रेजी में पढ़ने लगे।
कुलदीप जुनेजा- मंत्री जी समझ रहे हैं बाकि लोग नहीं समझ पाएंगे।
अमितेश शुक्ल- मंत्री को काफी ज्ञान है आप चिंता न करें
चरणदास महंत- बहुत सारे लोग हैं जो अंग्रेजी नहीं समझते तो उनके लिए आप हिंदी में पूछ लें।
अजय चंद्राकर- राज्यपाल के अभिभाषण में लखमा टेबल थपथपा रहे थे।
शिवकुमार डहरिया- वो तो अभिभाषण को पढ़ रहे थे पलटाकर, लखमा जितना ज्ञान आपको नहीं है।
चरणदास महंत- अमितेश शुक्ल से कहा, जो सदन में चर्चा है आपकी व्यक्तिगत चर्चा नहीं है, पूरे प्रदेश की चर्चा है। आपके भाषण का छत्तीसगढ़ में प्रचार प्रसार होता है।
अमितेश शुक्ल – नहीं बोलता अंग्रेजी में आप कहते हैं तो, पैकेजिंग में घपला हुआ है, एक ही माल को गरियाबंद मंे फेल किया गया देवभोग में पास कर दिया गया। अमरजीत भगत – अंग्रेजी में मुस्कुराकर बोले- इज यू हैव मेड ए स्पेसिफाई कंप्लेंट कैन यू टेल द डिटेल्स टू मी… कोई भी आपके पास लिखित दस्तावेज हो कंप्लेन हो तो आप प्रस्तुत करें मैं उस पर जरूर जवाब दूंगा। हमारे पास शिकायत आई हमने खराब माल को रिजेक्ट कर दिया था।
अमितेश शुक्ल- मंत्री जी को अधिकारी सही जानकारी नहीं देते हैं बलौदा बाजार में सप्लायर को दोबारा काम दिया गया, यह भ्रष्टाचार नहीं तो और क्या है । इसकी सही तरीके से जांच करा लें , जांच कराकर समय सीमा पर जनप्रतिनिधियों को सूचित करें।
अमरजीत भगत- सदस्य समझदार है मंत्री भी रहे हैं इनको जानकारी है हमने एक सतत प्रक्रिया है यदि कोई सामान सप्लाई के आ रहा है उसकी गुणवत्ता की परीक्षण हम करते हैं अगर गुणवत्ता नहीं हुआ तो हम वहीं से रिजेक्ट कर देते हैं अगर कहीं पर पकड़ा गया तो खिलाफ कार्रवाई करते हैं यह जो जिनके बारे में बोल रहे हैं सतत प्रक्रिया में किसी का कैंसिल हुआ तो वापस भेज देते हैं अभी इसका मतलब यह नहीं कि और नहीं लेना है गुणवत्तायुक्त भी ही देगा तो लेंगे।
आप क्या कार्रवाई चाहते हैं क्योंकि हमने उस पर संज्ञान में आया जांच किया रिजेक्ट किया था खिलाफ कार्रवाई किया। अमितेश शुक्ल- एक ही माल जो है आपका उसी चने को गरियाबंद में फेल कर दिया गया वहीं आपके ही अधिकारियों ने आप ही के लोगों ने उस चने को देवभोग में उसे पास कर दिया तो यह घपला हो रहा है।