सूरजपुर: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले (Surajpur district) में प्रशासनिक अमले की कार्यशैली को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के बयान ने पूरे इलाके में हलचल मचा दी है। मंत्री हाल ही में बिहारपुर के दूरस्थ क्षेत्रों के दौरे पर पहुंचीं, जहां ग्रामीणों ने प्रशासनिक भ्रष्टाचार, मनमानी और अवैध वसूली के गंभीर आरोप खुलेआम लगाए।
ग्रामीणों ने बताया कि कुछ अधिकारी पैसे लेकर दूसरे राज्यों से धान मंगाने जैसे अवैध कार्यों में शामिल हैं। जनता की यह शिकायतें सुनते ही मंत्री राजवाड़े का पारा चढ़ गया। उन्होंने माना कि जिले में सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही हैं और कुछ अफसर सचमुच “उत्पात” मचा रहे हैं।
मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “कुछ अधिकारी सिस्टम को नुकसान पहुंचा रहे हैं, यह चिंता का विषय है।” उनके इस बयान के बाद प्रशासनिक हलकों में खलबली मच गई है।
मंत्री ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही जिले के सभी अधिकारियों के साथ एक विशेष कैंप आयोजित किया जाएगा, जिसमें ग्रामीणों की शिकायतें सुनी जाएंगी और तुरंत निराकरण की कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कई महीनों से क्षेत्र में भ्रष्टाचार, अवैध वसूली और लापरवाही के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। अब जब खुद मंत्री ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया है, तो उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार जल्द कड़ी कार्रवाई करेगी।
यह मामला केवल भ्रष्टाचार का नहीं, बल्कि प्रशासनिक जवाबदेही और शासन की साख का भी सवाल बन गया है। अब सबकी निगाहें सरकार की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं—क्या सूरजपुर में व्यवस्था सुधरेगी या अफसरशाही की बेलगाम रवैया जारी रहेगा?