रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (Chief Minister Vishnu Dev Sai) के निर्देश पर राज्य में नक्सल घटनाओें (Naxal incidents) पर कड़ाई से रोक लगाने के लिए पुलिस एवं केन्द्रीय बलों के जवानों द्वारा संयुक्त रूप से शुरू हुए सर्चिंग अभियान को आज बड़ी सफलता मिली है। दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले में 11 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। बीजापुर जिले के गट्टापल्ली में थाना कुटरू के पुलिस जवानों के द्वारा जनमिलिशिया सदस्य मिच्या लखमू को पकड़ा गया। मिच्या लखमू 15 मार्च 2007 को रानीबोदली कैम्प हमले में शामिल था। 7 दिसंबर 2009 को ग्राम टुंगेली के ग्रामीण माढ़वी दुलगो के हत्या में भी मिच्या लखमू शामिल रहा है। इसके विरूद्ध थाना कुटरू में दो वारंट भी लंबित है। मिच्या लखमू को बीजापुर न्यायालय में पेश किया गया है।
दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले के सरहदी क्षेत्र हुर्रेपाल एवं बेचापाल में भैरमगढ़ एरिया कमेटी कामारूर एलओएस कमांडर सोनू आयाम के साथ लगभग 20-25 माओवादियों की उपस्थिति की सूचना मिलने पर बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री सुन्दरराज पी., दंतेवाड़ा रेंज के उप पुलिस महानिरीक्षक श्री कमललोचन कश्यप, सीआरपीएफ के उप पुलिस महानिरीक्षक श्री विकास कठेरिया एवं पुलिस अधीक्षक गौरव राय के मार्गदर्शन में डीआरजी, बस्तर फाइटर्स दंतेवाड़ा तथा सीआरपीएफ 230 बटालियन यंग प्लाटून नरेली का संयुक्त बल बेचपाल, हुर्रेपाल एवं गहनार के जंगल की ओर सर्चिंग के लिए रवाना किया गया।
इस इलाके में पुलिस पार्टी को देखकर कुछ संदिग्ध लोग भागने और छिपने लगे पुलिस पार्टी ने घेराबंदी कर 10 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें मोती ओयाम, कारू कड़ती, छोटू हेमला, राजेश कड़ती, सोमारू ओयाम, सुनील माड़वी, माड़का लेकाम, आयतु, कोया हेमला एवं बचलू मड़काम शामिल हैं। यह सभी बेचापाल एवं हुर्रेपाल पंचायत डीएकेएमएस, सीएनएम मिलिशिया के सदस्य है। गिरफ्तार माओवादियों में सुनील माड़वी हुर्रेपाल पंचायत मिलिशिया का डिप्टी कमांडर है। यह सभी 26 नवम्बर 2023 को भांसी निर्माण कार्य में लगे वाहनों की आगजनी की घटना में शामिल रहे हैं। गिरफ्तार किए गए सभी माओवादियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
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