कहते हैं कि मन में हौंसला हो तो राहों में चाहे कितनी भी दुश्ववारियां हो लेकिन सफलता एक दिन कदम चूमती है। आज आधुनिकता के दौर में खास तौर आदवासी प्रधान प्रदेश छत्तीसगढ़ है।
आदिवासी बाहुल्य इस प्रदेश में शराब पीने वालों की संख्या पूरे देश में अधिक है। यही कारण है कि लोग शराब के नशे के अलावा अन्य नशे के आदी होकर अपना घर बर्बाद कर देते हैं। ये यहां सबसे बड़ी विसंगति है।
अतिथि देवो भव को छत्तीसगढ़ जो भी एक बार आता है तो उसका मन यहां से जाने को नहीं करता। कुछ एेसा ही आवाभगत यहां इंडोनेशिया के कलाकारों का हुआ
झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल राज्य में ऐसे वर्ग को आगे बढ़ा रहे हैं जिनका सदियों से शोषण हुआ है।
राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज में आयोजित राज्योत्सव में उद्योग विभाग के स्टॉल में लोग उद्योग से संबंधित जानकारी लेने पहुंच रहे हैं।
किसानों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल धान खरीदी की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उनकी निगहबानी में पूरी प्रदेश में किसानों के धान खरीदी शुरू हो गई है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना प्राकृतिक आपदा से फसल को नुकसान होने पर क्षतिपूर्ति की भरपाई करने तथा संकट की घड़ी में किसानों के लिए मददगार बनी है।
जिले के पहुंचविहीन दुर्गम क्षेत्रों तक किसानों को सुगम सिंचाई सुविधा पहुंचाने में सौर सुजला योजना महती भूमिका निभा रही है। इस जनहितैषी योजना से किसानों की खेती बाड़ी में विद्युत कनेक्शन पर निर्भरता खत्म हुई है, सोलर पम्पों के माध्यम से सुचारू रूप �
साईंस कालेज के मैदान में आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव परिसर में खनिज संपदा से समृद्ध छत्तीसगढ राज्य की झलक खनिज विभाग के विकास प्रदर्शनी में प्रत्यक्ष रूप से देखी जा सकती है।
राज्योत्सव में कला, संस्कृति के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप आईटी क्षेत्र में सफलता की झलक भी दिख रही है।