रायपुर : छत्तीसगढ़ की मशहूर पंडवानी गायिका और पद्मविभूषण से सम्मानित तीजन बाई (Teejan Bai) का हालचाल जानने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार सुबह फोन किया। करीब सुबह साढ़े 9 बजे तीजन बाई की बहू रेणु देशमुख के फोन पर कॉल आया। फोन पर आवाज आई – “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सचिव बोल रहा हूं, प्रधानमंत्री जी तीजन बाई जी का हालचाल जानना चाहते हैं।”
रेणु ने फोन तीजन बाई को दिया। तभी प्रधानमंत्री मोदी की आवाज आई – “नमस्ते रेणु जी, मैं नरेंद्र मोदी बोल रहा हूं… तीजन बाई जी कैसी हैं?” रेणु ने बताया कि अम्मा को पैरालिसिस है, वे सालभर से बिस्तर पर हैं और कमजोरी बढ़ रही है। खाने में भी कठिनाई हो रही है, खिचड़ी को सूप की तरह बनाकर दे रहे हैं। यह सुनकर प्रधानमंत्री बोले – “अरे बाप रे…!” कुछ पल चुप रहने के बाद उन्होंने कहा – “आप लोग उनका अच्छे से ध्यान रखिए। मैं रायपुर आया था, उनसे मिलने की इच्छा थी, पर समय नहीं मिल सका। मेरी ओर से उन्हें प्रणाम कहना।” प्रधानमंत्री ने भरोसा दिलाया कि किसी भी जरूरत पर बेझिझक बताएं। यह बातचीत करीब 1 मिनट 18 सेकंड चली।
प्रधानमंत्री के फोन के लगभग डेढ़ घंटे बाद कलेक्टर अभिजीत सिंह अपनी पत्नी के साथ तीजन बाई के घर गनियारी पहुंचे। उन्होंने तीजन बाई का हाल जाना और शॉल, श्रीफल व स्नेह राशि भेंट की। कलेक्टर ने बताया कि सोमवार को तीजन बाई को एम्स रायपुर में भर्ती कर समुचित इलाज कराया जाएगा।
इसी दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने हिंदी साहित्य के शीर्ष कवि और कथाकार ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता विनोद कुमार शुक्ल को भी फोन किया। राजनांदगांव में जन्मे 87 वर्षीय शुक्ल फिलहाल एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। उनके बेटे शाश्वत गोपाल ने बताया कि सुबह करीब साढ़े 9 बजे पीएम ने खुद फोन कर पिताजी का हालचाल लिया। मोदी ने पूछा, “आपका स्वास्थ्य कैसा है?” शुक्ल ने कहा, “पहले से बेहतर हूं।” तब पीएम ने पूछा, “आप क्या चाहते हैं?” शुक्ल बोले, “बस घर जाकर लिखना चाहता हूं, क्योंकि लिखना मेरे लिए सांस की तरह है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि इलाज के लिए कोई जरूरत हो तो बताएं। विनोद कुमार शुक्ल पिछले 50 साल से लेखन कर रहे हैं। उनका पहला कविता संग्रह ‘लगभग जय हिंद’ 1971 में प्रकाशित हुआ था। उनके चर्चित उपन्यासों में ‘नौकर की कमीज’, ‘दीवार में एक खिड़की रहती थी’ और ‘खिलेगा तो देखेंगे’ शामिल हैं। उनके उपन्यास ‘नौकर की कमीज’ पर फिल्मकार मणि कौल ने फिल्म भी बनाई थी।