‘स्काईवॉक’ पर फिर ‘सियासी दंगल’!, ‘अजय चंद्राकर-सत्यनारायण’ आमने-समाने, देखें VIDEO

एक बार फिर स्काई वॉक (sky walk) पर सियासी दंगल शुरू हो गया है। सदन में भी मुद्दा गूंजा। वहीं इसके औचित्य पर सवाल खड़े किए जाते रहे हैं।

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  • Updated On - March 21, 2023 / 07:48 PM IST

छत्तीसगढ़। एक बार फिर स्काई वॉक (sky walk) पर सियासी दंगल शुरू हो गया है। सदन में भी मुद्दा गूंजा। वहीं इसके औचित्य पर सवाल खड़े किए जाते रहे हैं। लेकिन समिति की रिपोर्ट के बाद इसके लिए री टेंडर की प्रक्रिया शुरू होगी।

बहरहाल, अब इस मुद्दे पर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा (MLA Satyanarayan Sharma) ने कहा, 37 करोड़ खर्च हो चुके है। अब इसके तोड़ने में ही लाखों खर्च हो जाएंगे। ऐसे में इसे जनहित में लाने के लिए इसकी उपयोगिता में लाने का सुझाव सरकार को दे दिया है। अब फैसला सरकार को करना है, इस पर क्या करना है। जिस पर बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने कहा, री टेंडर से यह अंदेशा होता है, कुल मिलाकर लागत बढ़ाकर भ्रष्टाचार करने की सोची समझी चाल है। स्काई वॉक के मुद्दे को लेकर सरकार विपक्ष को घेरते नजर आई और निर्माण कार्य को रुकवाया था। अब उसी निर्माण कार्य को फिर से शुरू करवाने के लिए समिति ने सिफारिश कर दी है। फिलहाल सिफारिश को लेकर अब विपक्ष सत्ता पक्ष पर हमलावर हो गया है।

स्काई वॉक को लेकर समिति ने सरकार को रिपोर्ट सौंप दी है

बता दें, स्काई वॉक को लेकर समिति ने सरकार को रिपोर्ट सौप दी है। 2018 में कांग्रेस की सरकार आने के बाद स्काई वॉक पर राजनीति तेज हुई थी और 2019 में मुख्यमंत्री के आदेश के बाद स्काई वॉक का निर्माण कार्य रोक दिया गया था। 2017 से शुरू हुए निर्माण कार्य में अब तक 37 करोड़ रुपए खर्च हो चुके है। दरअसल, सीएम के काम रोकने के आदेश के बाद दो समितियों का गठन किया गया था। जिसमें एक सामान्य सुझाव समिति और दूसरी तकनीकी समिति थी। समितियों के कई दौर के बैठक के बाद और लोगों से मिले सुझाव के बाद समिति ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौपी है। इस रिपोर्ट में जांच की पूरी जानकारी दी गयी है। समिति ने माना है कि स्काई वॉक को न तोड़कर उसका निर्माण पूरा करना चाहिए।

अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा ने कहा, बनाते समय लापरवाही हुई थी

सामान्य सुझाव समिति के अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि स्काई वॉक को बनाते समय लापरवाही बरती गई है। सर्वेक्षण ठीक से हुआ नहीं है। गैरकानूनी काम हुआ था इसकी जरूरत ही नहीं थी। इसकी जांच ईओडब्ल्यू कर रहा है, ऐसी स्थिति में हमारी समिति ने एक रिपोर्ट पेश की है। हमारा मानना है कि इसे तोड़ने में कम से कम 50 करोड़ और लगेंगे लोक धन का नुकसान होगा। इसलिए इसका दोबारा निर्माण किया जाए। इस स्काई वॉक का सदुपयोग होना चाहिए यह हमने सरकार से कहा है, अब सरकार जो भी निर्णय लें, हम अपना रिपोर्ट पेश कर चुके हैं।

इधर, अजय चंद्राकर ने कहा, जानबूझकर री-टेंडर किया जा रहा

इधर, कमेटी की रिपोर्ट पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सरकार और समिति पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस जानबूझकर लागत बढ़ाकर रिटेंडर करेगी। सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता में कमेटी बनी और उस दौरान मैंने कहा था कि एक दिन ये भ्रष्टाचार का कारण बनेगा। तर्क चाहे जो भी दें, 5 साल बाद ये एसेसमेंट आज क्यों आ रहा है?। लागत बढ़ाने के लिए ही सब कुछ किए हैं। ताकि उनको मौका मिल सके। पंचम विधानसभा का पहला सत्र हुआ और मुख्यमंत्री ने कहा था कि स्काई वॉक को लेकर एक बैठक रखी हैं। मैं सबका मत लूंगा,लेकिन मत में कुछ नहीं हुआ।