छत्तीसगढ़। (skywalk) स्काईवॉक के निर्माण कार्यों में बरती गई अनियमितता की जांच ईओडब्लू व एसीबी को सौंपे जाने के निर्णय से (BJP) बीजेपी में हड़कंप मचा है। क्योंकि बीजेपी नेता राजेश मूणत उस समय लोक निर्माण मंत्री थे। उन्हीं के कार्यकाल के दौरान राजधानी के बीचोबीच स्काईवॉक का निर्माण हुआ था।
बहरहाल, अब शासन ने इसकी जांच करने के लिए EOW और ACB से कराने का फैसला लिया है। आज इसकी खबर जैसे ही पूर्व लोक निर्माण मंत्री को लगी तो उन्होंने एक बयान जारी कर कांग्रेस पर आरोप मढ़ दिए।
कहा कि विधानसभा का चुनाव आने वाला है। इसलिए झूठे आरोप लगाने की साजिश कर रही है। इधर, राजीव भवन में चल रही प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा की बैठक से निकलने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उनके इस आरोप पर खरी-खोटी सुनाई। एक बार फिर स्काईवॉक के भ्रष्टाचार के भूत ने सियासी पारे को बढ़ा दिया है। इसमें दो राय नहीं है कि कांग्रेस अब स्काईवॉक के मुद्दे पर भाजपा को घेरेगी।
बता दें, बीते दिनों कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने मुख्यमंत्री को स्काईवॉक की जांच कराने के लिए ज्ञापन सौंपा था। जिसमें उन्होंने पूर्व मंत्री राजेश मूणत पर ठेकेदारों को अनुचित लाभ देने सहित इसके निर्माण में अनियमितता का आरोप लगाया था। इसके संज्ञान में लेते भूपेश सरकार ने इसमें हुए भ्रष्टाचार की जांच कराने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, मतलब अभी जांच नहीं शुरू हुई तो कह रहे है मुझे फंसाया जा रहा है। मुझसे कहा जा रहा था, ईडी को सहयोग करो। अब भाषा बदल गई, खुद के के ऊपर आने पर भाषा बदल गई। पर उपदेश कुशल दाउ तेरे।
पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि, साइंस कॉलेज में चौपाटी का विरोध कर रहा हूं इसलिए इस तरह की बातें हो रही है मैंने जनता से जुड़े मुद्दे उठाए, चावल घोटाले का मामला उठाया है। मैं न डरने वाला न झुकने वाला, रायपुर की जनता के हित में काम करता रहूंगा। इसके साथ ही राजेश मूणत ने कहा कि भूपेश जी… अगर आप स्काईवॉक पर वाकई निष्पक्ष नैतिक तौर पर सही हैं,तो इसकी जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से करवाइए। याद रखिये ! सत्य कभी पराजित नहीं होता।
स्काईवॉक मामले में पहले भी हाई पाॅवर कमेटी यह अनुशंसा कर चुकी है कि ३० करोड़ रुपए से अधिक खर्च हो जाने की वजह से इसे पूरी तरह गिराना जनता के पैसों का नुकसान है, लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ कि इस पर क्या बनेगा? राजधानी के लोग अब इस सवाल को भी भूल चुके हैं, स्काईवाॅक तोड़े जाने को लेकर भी कई बार सवाल उठ चुका है। स्काईवाक तोड़े जाने पर पूर्व पीडब्लूडी मंत्री राजेश मूणत ने कहा था कि, कांग्रेस की सरकार आने के बाद से राजधानी में विकास कार्य ठप है। वह अपनी कमजोरियों पर परदा डालने स्काईवाक तोड़ने की बात कर रही है। मूणत ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने स्काईवॉक तोड़ने कदम उठाया तो भाजपा मैदान में कूद पड़ेगी।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले ही कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ज्ञापन सौंपकर इस संबंध में जांच करवाने की मांग की थी। वहीं भाजपा सरकार में लोक निर्माण विभाग के मंत्री रहे राजेश मूणत ने सुप्रीम कोर्ट के रिटायर न्यायाधीश से इसकी जांच करवाने का सुझाव सरकार को दिया था। कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह की तरफ से सीएम बघेल को सौंपे गए ज्ञापन में स्काई वॉक में भ्रष्टाचार और अनियमितता को लेकर ८ बिंदुओं पर जानकारी दी गई थी। इसमें तत्कालीन भाजपा सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत पर स्काई वॉक के नाम पर प्रशासनिक प्रक्रिया को दरकिनार करके ठेकदार को फायदा दिलावाने का आरोप है।
स्काई वॉक में छत्तीसगढ़ की जनता के पसीने की कमाई लगी है.
इसमें हुई अनियमितताओं की जाँच ACB और EOW करने जा रही है.
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— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) December 26, 2022