रायपुर। मानसून बीमारियों की चपेट में कथाकथित मौतों की वजह डायरिया बताई जा रही है। बीजापुर जिले के गंगालूर पोटाकेबिन सहित आसपास के इलाकों में 187 बच्चे मलेरिया (187 children malaria) की चपेट में आ गए हैं। जिनका इलाज चल रहा है। जबकि तीन दिन के अंदर जिले में मलेरिया से दो बच्चों की मौत हो गई है। इन हालातों को देखते हुए राज्य सरकार पूरी तरह से मुस्तैद हो गई है। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। साेमवार को स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल बस्तर दौरे पर हालात का जायजा लेने जाएंगे।
कवर्धा जिले में पांच बैगा आदिवासियों की मौत पर भूपेश बघेल ने कहा कि, कवर्धा में डायरिया से पांच बैगा आदिवासियों की मौत हो गई। प्रदेशभर में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। इसपर स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि, राजनीतिक क्रेडिट के लिए भूपेश बयानबाजी कर रहे हैं। पांच बैगा आदिवासियों की मौत डायरिया से नहीं बल्कि अन्य कारणों से हुई है। प्रदेश में डायरिया के 10830 केस आए। स्वास्थ्य विभाग ने सभी का सफल उपचार किया गया। उन्होंने कहा कि, घटना की जानकारी के बिना दोष न लगाएं। अगर पिछले पांच सालों में स्वास्थ्य विभाग ठीक होता तो आज यह स्थिति नहीं होती।
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