कांग्रेस-BJP में ‘राम किसके’ पर सियासत!, पढ़ें, मंत्री ‘भगत-बृजमाेहन’ में जुबानी जंग

By : madhukar dubey, Last Updated : March 31, 2023 | 4:05 pm

रायपुर। वर्तमान प्रदेश के सियासी परिवेश में ‘राम किसके’ सवाल पर कांग्रेस-BJP में जुबानी जंग छिड़ी है। भगवान राम किसके हैं, कांग्रेस के या भाजपा के, इस बात को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासी तकरार है। प्रदेश सरकार के मंत्री अमरजीत भगत (Amarjit Bhagat) कहते हैं कांग्रेस की रग-रग में राम हैं। जवाब में पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल (former minister brijmohan agarwal) ने कह दिया कि राम कभी अन्यायी लोगों के साथ नहीं हो सकते। उन्होंने तो ये तक कह दिया कि जो छापे ED कांग्रेस समर्थकों, नेताओं, अफसरों के ठिकानों पर पड़े, वो राम जी की वजह से ही है।

पहले प्रदेश सरकार के मंंत्री अमरजीत भगत का रामनवमी पर एक बयान सामने आया। मंत्री ने कहा- राम वन गमन पथ का निर्माण, कौशल्या मंदिर का जीर्णोद्धार ये दिखाता है कि सरकार और कांग्रेस पार्टी राम को मानती है। हम अपनी संस्कृति को आत्मसात किए हुए हैं, तीज त्योहार को मनाते हैं। कोई भी छत्तीसगढ़ में मिलता है तो अभिवादन राम-राम से होता है।

त्योहार के समय परेशान करना ठीक नहीं

ED की छापेमार कार्रवाई को लेकर मंत्री अमरजीत भगत ने कहा- अभी त्योहार का समय है, सभी लोग पूजा पाठ में हैं किसी को भी परेशान करना ठीक नहीं। हम भाजपा नहीं कि हम राम का चोला ओढ़ लेंगे और काम उल्टा करें। अभी लोग पूजा में लगे हैं, उसपर एजेंसी भेज रहे, जांच कर हरे हैं। कैसे हिंदू हैं समझ नहीं आता, कोई उपवास है, सबके यहां एजेंसी भेजकर परेशान कर रहे हैं, टेरर पैदा कर रहे हैं, ये सब शोभा नहीं देता।

बृजमोहन ने ये जवाब दिया

वहीं, अमरजीत भगत के इस बयान को लेकर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने करारा जवाब दिया है। बृजमोहन ने कहा- कांग्रेस का एक ही काम रहा है, धर्म के आधार पर बांटना। भगवान राम सभी के हैं । मर्यादाओं का पालन करने वाले सभी लोगों के हैं। राम को बांटना देश को बांटने जैसा है। दुनिया देख रही है कि भगवान राम का धाम कौन बना रहा है, काशी विश्वनाथ, सोमनाथ का काम करने भगवान ने किसको आशीर्वाद दिया। भगवान राम न्याय के साथ होते हैं, देवी से शक्ति प्राप्त करके अन्यायी अत्याचारी लोगों के नाश का काम भगवान राम करते हैं, ईडी का छापा इसी का नतीजा है।

ट्वीट कर के भी हमला बोला

बृजमोहन ने इसके बाद एक ट्वीट करके भी कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- जिस कांग्रेस ने प्रभु राम को काल्पनिक कहा-सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर उनके अस्तित्व को नकारा,जो अयोध्या में हो रहे प्रभु राम मंदिर निर्माण मे रोड़ा अटकाने के फिराक में रहते है। ये कभी-कभी राम-राम करते भी दिखते है, असल में “मुंह मे राम बग़ल मे छुरी”लोकोक्ति इनके लिए ही बनी है।

कौशल्या मंदिर पर भी बोले बृजमोहन

मंत्री अमरजीत भगत ने दावा किया कि कांग्रेस भगवान राम को मानती है, इसलिए जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इस पर बृजमोहन ने कहा कि मां कौशल्या की जन्मभूमि मे उनके धाम की पहचान और विकास की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी सरकार के दौरान ही हुई, श्री राम वन गमन पथ की पहचान भी भाजपा ने की और विकास कार्य भी आगे बढ़ाया। कांग्रेस बस झूठे श्रेय लेने की राजनीति करती है। ये कांग्रेसी 6 करोड़ रुपए मे माता कौशल्या धाम बनाते हैं और 12 करोड़ इवेंट कंपनी को देते हैं।

मुख्यमंत्री भी कह चुके, हम राम पर राजनीति नहीं करते

कई मौकों पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भाजपा के राम और कांग्रेस के राम पर अंतर बताते रहे हैं। एक कार्यक्रम में मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा था-भाजपा के राम युद्धक और हनुमान आक्रमक नजर आते है। जबकि हमारे राम वनवासी हैं, वो छत्तीसगढ़ियों के भांचा राम हैं, शबरी के राम हैं, कौशल्या के राम हैं। भाजपा राम के नाम पर राजनीति करती है, भाजपा राम के बताए मार्ग की बजाए वोट बैंक के रूप में राम के नाम का इस्तेमाल करती है। हम राम के नाम पर राजनीति नहीं करते हैं।