लोकसभा चुनाव की तैयारी : मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में तेजी! बढ़ेगी बूथ संख्या

प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारी गति पकड़ती जा रही है। राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के लिए मंगलवार का दिन महत्वपूर्ण है

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  • Updated On - January 16, 2024 / 04:43 PM IST

रायपुर। प्रदेश में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections in the state) की तैयारी गति पकड़ती जा रही है। राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के लिए मंगलवार का दिन महत्वपूर्ण है। विधानसभा चुनाव में मतदान के लिए इस्तेमाल किए गए ईवीएम का डेटा 16 जनवरी तक सुरक्षित रखा जाएगा। इसके बाद ईवीएम के रिकार्ड डिलीट किए जा सकेंगे और इनकाे लोकसभा चुनाव के लिए तैयार किया जाएगा।

बढ़ सकते हैं बूथ

लोकसभा चुनाव के लिए मतदाता सूची का पुनरीक्षण (Revision of voter list) चल रहा है। मतदाता बढ़ने के साथ ही बूथाें की संख्या बढ़ाने पर भी विचार किया जा जा रहा है। निर्वाचन अफसर और सहायक निर्वाचन अधिकारी, नोडल अफसरों को ट्रेंड करने की भी तैयारी चल रही है। साथ ही अति संवेदनशील, संवेदनशील व तथा सभी तरह के बूथों की जानकारी अपडेट की जा रही है।

  • विधानसभा चुनाव में 90 सीटों के 24,109 बूथों पर लगभग 53162 ईवीएम, 33515 कनेंक्ट​टिंग यूनिट और 39704 वीवी पैट का इस्तेमाल किया गया था। नियम के मुताबिक विधानसभा चुनाव की मतगणना तिथि के बाद 45 दिनों तक ईवीएम पर डाटा सुरक्षित रखना जरूरी है। ताकि यदि कोई प्रत्याशी चुनाव के नतीजों से असहमत हो तो हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर सकता है। यदि कोर्ट को उसे स्वीकार कर लेता है और इसके बाद काेर्ट ईवीएम की जांच के आदेश दे सकता है।

यही वजह है कि ईवीएम को 45 दिनों तक जिलों के स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा जाता है। वहीं जब तक संबंधित विधानसभा सीट के लिए लगाई गई याचिका का निराकरण नहीं हो जाता तब तक वहां के ईवीएम से डेटा डिलीट नहीं किया जाता है।अफसरों के मुताबिक हर चुनाव में नई ईवीएम खरीदना संभव नहीं है। इस वजह से इन इवीएम की ओवर आइलिंग कर दोबारा उपयोग में लाया जाता है।

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