रायपुर एयरपोर्ट पर उड़ा संकट इंडिगो ने आज 5 फ्लाइटें फिर रद्द तीन दिन में 54 उड़ानें ठप यात्री बेहाल
By : hashtagu, Last Updated : December 8, 2025 | 12:43 pm
रायपुर : रायपुर एयरपोर्ट (airport airport) पर उड़ानों का संकट लगातार गहराता जा रहा है। सोमवार सुबह 11 बजे तक शहर से उड़ान भरने वाली छह फ्लाइटें रद्द कर दी गईं जिनमें पांच इंडिगो की थीं। रायपुर से मुंबई की दो, हैदराबाद की दो और बेंगलुरु की एक फ्लाइट कैंसिल हुई। इसी तरह रायपुर आने वाली पांच उड़ानें भी रद्द कर दी गईं जिनमें चार इंडिगो की थीं। इनमें एक उड़ान बेंगलुरु से और तीन हैदराबाद से आने वाली थीं। एयरपोर्ट सूत्रों का कहना है कि दिन के आगे बढ़ने के साथ और भी फ्लाइटें कैंसिल, डायवर्ट या डिले हो सकती हैं।
पिछले तीन दिनों में कुल 54 उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं। इस बड़े पैमाने पर कैंसिलेशन के बीच यात्रियों को न इंडिगो एयरलाइंस की ओर से और न ही एयरपोर्ट अथॉरिटी से कोई स्पष्ट जानकारी मिल रही है। एयरपोर्ट डायरेक्टर के के लहरे फोन रिसीव नहीं कर रहे। मीडिया द्वारा संपर्क करने की कोशिश पर उन्होंने मीटिंग का हवाला देकर कॉल काट दिया और इसके बाद कॉल उठाया ही नहीं। इंडिगो एयरलाइंस के जिम्मेदार अधिकारी भी बात करने से बच रहे हैं।
शनिवार को स्थिति सबसे ज्यादा खराब रही जब इंडिगो ने बिना किसी पूर्व सूचना के 11 फ्लाइटें रद्द कर दीं। यात्रियों ने फोन, ईमेल और एसएमएस पर संपर्क किया लेकिन जवाब केवल इतना मिला कि टिकट का पैसा रिफंड कर दिया जाएगा। यात्रियों का कहना है कि जरूरी कामों के लिए यात्रा करनी थी ऐसे में रिफंड से क्या फायदा समय और असुविधा का नुकसान कौन पूरा करेगा।
तीन दिनों में 54 फ्लाइटें रद्द होने के बाद भी इंडिगो के कई यात्रियों को अब तक रिफंड नहीं मिला है। पूछने पर जवाब मिलता है कि रकम तीन से चार दिन में ऑनलाइन भेज दी जाएगी। इस अनिश्चितता और अव्यवस्था के कारण शहर के यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
फ्लाइट संकट का असर रेल और बस सेवाओं पर भी साफ दिख रहा है। अचानक बढ़ी भीड़ से ट्रेनें लगभग हाउसफुल हो चुकी हैं। समता एक्सप्रेस 8 जनवरी तक फुल है। छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में 31 दिसंबर तक वेटिंग है। गीतांजलि एक्सप्रेस में 11 जनवरी तक वेटिंग चल रही है। हावड़ा मुंबई मेल 29 दिसंबर तक नो रूम दिखा रही है और ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस में 5 से 9 जनवरी तक लंबी वेटिंग जारी है।
बसों में भी बुकिंग तेजी से बढ़ी है। भोपाल इंदौर रूट पर जहां पहले 50 प्रतिशत सीटें भरती थीं अब 75 प्रतिशत सीटें भरकर बसें चल रही हैं। हैदराबाद रूट पर पहले 70 प्रतिशत सीटों पर बसें रवाना होती थीं लेकिन अब 90 प्रतिशत सीटें फुल हो रही हैं।
रायपुर में लगातार बढ़ रहा एयर ट्रैवल संकट यात्रियों की चिंता और गुस्सा दोनों बढ़ा रहा है जबकि जिम्मेदार एजेंसियां समस्या पर कोई स्पष्ट जवाब देने से बच रही हैं।




