छत्तीसगढ़। (Reservation) आरक्षण मामले पर नेताओं के लगातार सियासी बयानबाजी जारी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री (Bhupesh) भूपेश बघेल ने आरक्षण मामले पर राज्यपाल के साइन नहीं होने को लेकर भाजपा पर बड़ा हमला बोला था। अब उस मामले पर पूर्व सीएम रमन सिंह ने पलटवार किया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा है कि, राजभवन पर जब कोई मामला पहुंचता है तो राज्यपाल विधि विशेषज्ञों से बात करते हैं। सीएम भूपेश बघेल को शायद नहीं मालूम है कि, अटॉर्नी जनरल तक राज्यपाल के पास जाते हैं। अटारनी जनरल की रिपोर्ट हिंदुस्तान में सबसे अंतिम होता है।
दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा था कि, राज्यपाल के विधिक सलाहकार कौन होते हैं। मुझे लगता है कि ये एकात्म परिसर में बैठते हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि भाजपा के किसी भी नेता ने ये नहीं कहा कि राज्यपाल विधेयक पर हस्ताक्षर करें।
इधर लोरमी पहुंचे डॉ.रमन सिंह ने एकात्म परिसर से जुड़े सवाल पर कहा कि एकात्म परिसर का राजनीति से कोई लेना देना नहीं है। बता दे3 कि छत्तीसगढ़ में पिछले कई दिनों से आरक्षण को लेकर बीजेपी-कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही है, एक ओर जहां कांग्रेस राज्यपाल के साइन नहीं करने पर सवाल उठा रही है, तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों पर तंज कस रही है।