बिलासपुर। जिले में चिटफंड कंपनियों (chit fund companies) से पैसा वापसी की मांग को लेकर निवेशक अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ पैदल यात्रा कर रहे हैं। यात्रा एक फरवरी को रायगढ़ से शुरू हुई थी। रायगढ़ (Raigarh) कोसमनारा से रायपुर तक की लगभग 28 दिनों से पदयात्रा कर रहे निवेशकों को विधानसभा के पास पुलिस ने रोक दिया है। यह पदयात्रा मुख्यमंत्री निवास का घेराव कर ज्ञापन सौपने के उद्देश्य से की जा रही। इस यात्रा में सैकड़ों की संख्या में निवेशक शामिल हैं। पूरे प्रदेशभर के निवेशक रायपुर में इकट्ठा होकर सीएम भूपेश बघेल को ज्ञापन भी सौंपेंगे।
छत्तीसगढ़ अभिकर्ता उपभोक्ता सेवा संघ के बैनर तले संघ के प्रदेश अध्यक्ष गगन कुंभकार के नेतृत्व में निवेशकों की पैसा वापसी की मांग को लेकर 100 से अधिक कंपनी के निवेशक अभिकर्ता रायगढ़ से मुख्यमंत्री निवास रायपुर तक पदयात्रा कर रहे थे। राज्य सरकार द्वारा निवेशकों को पैसा वापसी के लिए तत्काल निर्णय लेने के लिए मांग की गई थी। साथ ही विशेष कोष का गठन कर निवेशकों को राशि वितरण करने की मांग भी की जा रही है।
जिला अध्यक्ष राम रतन साहू ने कहा ने कहा था कि राज्य व केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है कि चिटफंड कंपनियों से पैसा वसूलकर निवेशकों को लौटाया जाए। सरकार द्वारा भरोसा देने के बाद ही लोगों ने पैसा जमा किया था। अब केंद्र व राज्य सरकार को निवेशकों के हित के लिए उचित कदम उठाने चाहिए।
संघ के प्रदेश सचिव ईश्वर पटेल, महासचिव नंद कुमार निषाद, प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश सारथी, महिला प्रदेश अध्यक्ष बेला तेलाम, प्रदेश उपाध्यक्ष भुनेश्वरी ठाकुर, जिलाध्यक्ष राम रतन साहू, गंगा राम साहू, भगत राम यादव, कांति कुर्रे, जानकी राजवाल, लखनलाल कटाक्वार, चेतन कुमार पटेल, भगत राम यादव, लखन लाल चौहान, बसंत पटेल, कृष्णा कुमार मुचाके समेत सैकड़ों की संख्या में निवेशक यात्रा में शामिल हैं।
बिलासपुर जिले में चिटफंड के मामलों में पुलिस ने दर्ज प्रकरणों की फाइल खोलने का फैसला लिया है। बिलासपुर के सभी थानों में टीम बनाया जाएगा। जो इन ममलों पर जांच करेगी। मामले में पुलिस ने दर्ज प्रकरणों में फरार 33 आरोपियों को आइडेंटिफाई भी कर लिया है।