रायपुर। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद (Shankaracharya Avimukteshwarananda) महाराज ने ‘बंटोगे तो कटोगे’ वाले नारे को गलत बताते हुए कहा कि इतने साल से चुनाव हो रहे हैं, यह नारा 2024 में ही क्यों दिया जा रहा है. क्या इससे पहले हम सेफ नहीं थे. किसने हमको काटा अभी तक। ये कहना चाहते हैं. हमको वोट नहीं दिया, कहीं और दिया तो काट दिए जाओगे. आप धमका क्यों रहे हो. कोई कुछ नहीं बोल रहा है. ये नारा गलत है
उन्होंने कहा कि लेकिन पिछले दिन (सीमा पर) बीएसएफ के जवानों ने उन्हें भगा दिया था. हमने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को पत्र लिखा था कि उन्हें आने दिया जाए. आज वो विषय बढ़ता चला जा रहा है, हम इतनी बड़ी संख्या में होने के बावजूद कुछ नहीं कर पा रहे हैं. सबसे पहले चिन्मय दास प्रभु को वकील दिलवाना चाहिए. आज कल तो ऑनलाइन सुनवाई भी होती है।
हिंदू राष्ट्र बनाने को लेकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा को लेकर शंकराचार्य ने कहा कि कोई पद यात्रा करे उसका स्वागत करते हैं, लेकिन वो कहते हैं कि जात-पात की करो विदाई ये ठीक नहीं है, वर्ण और आश्रम से हमारी पहचान है. इसके बिना कैसे हिन्दू राष्ट्र बन सकता है, ऐसा हिन्दू राष्ट्र जिसमें वर्ण आश्रम नहीं होगा, वो खतरनाक होगा।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के संबल दौरे पर उन्होंने सवाल किया कि किसलिए जा रहे है? यह पूछना पड़ेगा, केवल राजनीति चमकना है। वहीं महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री चुने जाने पर कहा कि महाराष्ट्र में शिंदे सरकार थी, तो उन्होंने हमारी गौ माता को राज्य माता का दर्जा मांग को पूरा किया, इतनी बड़ी जीत उनकी हुई. गौ माता का ही आशीर्वाद है, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हिचक रहे हैं, आगे चुनाव इनका भी है. कुछ भी हो सकता है,
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