रायपुर। राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर पं. जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज (PTJNM) में आयोजित कोरोना वॉरियर्स सम्मान समारोह उस समय विवादों में आ गया, जब मंच पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की मौजूदगी में फर्स्ट ईयर के छात्रों ने “वी वांट हॉस्टल” के नारे लगाने शुरू कर दिए। स्थिति बिगड़ती देख फेसबुक पर हो रहा लाइव प्रसारण तुरंत बंद करना पड़ा।
कार्यक्रम में राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद थे। जैसे ही स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने अपना संबोधन शुरू किया, छात्रों ने जोरदार हूटिंग शुरू कर दी। नाराजगी का कारण कॉलेज में हॉस्टल की भारी कमी है।
PTJNM मेडिकल कॉलेज में कुल 1,322 छात्रों को हॉस्टल की ज़रूरत है, लेकिन केवल 296 को ही जगह मिली है। शेष 1,026 छात्र बिना हॉस्टल के हैं, जो राज्य में सबसे बड़ी संख्या है। छात्रों का आरोप है कि मौजूदा हॉस्टल की हालत भी जर्जर है, जिससे रहने की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है।
#PROTEST
“Medical students at Pt. Jawahar Lal Nehru Medical College in #Raipur staged a #protest during a #DoctorsDay event attended by CM & HM of #chhattisgarh !Students demanded completion of the long-pending hostel construction & Roll back Exam fees hike !!#MedTwitter pic.twitter.com/q4HX3LfiU8
— Indian Doctor🇮🇳 (@Indian__doctor) July 1, 2025
छत्तीसगढ़ के अन्य मेडिकल कॉलेजों की स्थिति भी कुछ अलग नहीं है। राज्य के 10 शासकीय मेडिकल कॉलेजों में 7,088 छात्रों को हॉस्टल की जरूरत है, लेकिन केवल 3,446 छात्रों को ही यह सुविधा मिल पाई है। बाकी 3,642 छात्र किराए पर निजी रूम लेकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
हूटिंग के बीच मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने छात्रों को आश्वासन दिया कि नए हॉस्टल के निर्माण की स्वीकृति दे दी गई है। पहले चरण में 200 बेड वाला हॉस्टल बनाया जाएगा और दूसरे चरण में पुराने हॉस्टल की मरम्मत की जाएगी। उन्होंने कहा कि PWD और मेकाहारा डीन जल्द काम शुरू करेंगे। इस भरोसे के बाद छात्र शांत हुए।