जवान की अंतिम यात्रा में छलक उठे आंसू, इधर सीएम साय ने भी किया नमन

नारायणपुर में पदस्थ प्रधान आरक्षक बीरेंद्र कुमार सोरी बुधवार को पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शहीद हो गया. आज उनके पार्थिव शरीर को गृह ग्राम

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  • Updated On - December 5, 2024 / 10:28 PM IST

कांकेर। नारायणपुर में पदस्थ प्रधान आरक्षक बीरेंद्र कुमार सोरी (Head constable Birendra Kumar Sori posted in Narayanpur)बुधवार को पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शहीद (Martyred in police-Naxalite encounter)हो गया. आज उनके पार्थिव शरीर को गृह ग्राम मरारपानी, नरहरपुर लाया गया. शहीद का शव पहुंचते ही पूरा गांव गमगीन हो गया. इस दौरान भारत माता की जय, शहीद बीरेंद्र कुमार अमर रहे के नारों से पूरा गांव गूंज उठा। ग्रामीणों और स्कूली छात्रों ने शहीद जवान पर फूलों की वर्षा कर नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी।

एएसआई ट्रेनिंग कर लौटा था भाई : हरीशचंद

शहीद जवान के भाई हरीशचंद सोरी ने कहा कि 2010 में मेरा भाई पुलिस आरक्षक में भर्ती हुआ था. नक्सल मोर्चे में अच्छा काम करने के चलते 2018 में प्रधान आरक्षक के पद पर पदोन्नत हुआ था. कुछ दिन पहले ही एएसआई का ट्रेनिंग करके माना कैंप से वापस आए थे. गांव प्रमुख ने कहा कि गांव का लड़का आज नक्सलियों से लड़ते शहीद हो गया है. इससे पूरे गांव में शोक का माहौल है. नक्सलवाद जल्द खत्म होना चाहिए।

सीएम साय ने इस तरह दी श्रद्धांजलि

उनकी शहादत पर सीएम विष्णु देव साय ने कहा, ‘नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए हमारे जांबाज, प्रधान आरक्षक बिरेंद्र कुमार सोरी जी की शहादत को नमन करता हूं. शहीद बिरेंद्र कुमार सोरी जी नक्सल ऑपरेशन में वीरतापूर्ण कार्य के लिए पूर्व में आरक्षक से प्रधान आरक्षक के पद पर पदोन्नत हुए थे. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. ईश्वर से प्रार्थना है कि वह दिवंगत पुण्यात्मा को शांति और शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करें. मातृभूमि के लिए प्राण न्योछावर करने वाले हर देशभक्त का त्याग और बलिदान, हमें देश की रक्षा के प्रति प्रेरित करता रहेगा. राष्ट्र आपकी वीरता और समर्पण का सदैव ऋणी रहेगा।

 

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