राजधानी में गोगांव अंडरब्रिज का निर्माण अंतिम चरण में, पढि़ए इसे बनाने में कितनी आई अड़चनें

By : hashtagu, Last Updated : November 7, 2022 | 9:25 pm

छत्तीसगढ़। आज वो समय भी याद है, जब रेलवे क्रासिंग से गुजरते वक्त घंटों लग जाते थे। लोग जाम में फंसकर बेहाल हो जाते थे। लेकिन बीते दिनों में मानव क्रासिंग बंद अंडरब्रिज बनाने का काम शुरू हो गया था। वैसे शहर के अधिकांश रेलवे क्रासिंग पर अंडरब्रिज का निर्माण पूरा हो गया है। इसमें गोगांव अंडरब्रिज का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है। जिसे जल्द ही चालू भी कर दिया जाएगा। गोगांव के इस नए अंडरब्रिज का काम ९२ प्रतिशत से ज्यादा पूरा हो गया है। अफसरों का दावा है कि नए साल यानी जनवरी में यह अंडरब्रिज लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। इस नए अंडरब्रिज से गोगांव रेलवे क्रासिंग से कोटा, जनता कालोनी, गुढ़ियारी, अशोक नगर, तिलक नगर, सूर्य नगर, सीता नगर, बजरंग नगर, उरला, अछोली, कबीर नगर, सरोरा, सिलतरा, सोनडोंगरी से आने-जाने वाले 2 लाख से ज्यादा लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। क्योंकि इसके लिए लोगों को काफी घूमकर जाना पड़ता था।

मिली बड़ी सहूलियतें, एप्रोच रोड बनाने का काम भी लगभग पूरा

नया अंडरब्रिज बनने के बाद लोग सीधे इस ब्रिज से होकर गुजर सकेंगे। गोगांव अंडरब्रिज में अभी केवल सर्विस रोड, प्रोफाइल शीट, शेड और दीवारों पर पेटिंग का काम ही बाकी है। अंडरब्रिज के एक लेन पर सड़क बनाने का काम भी शुरू हो गया है। सर्विस लेन का समतलीकरण करने के बाद अब उस पर बजरी डाली जा रही है। इसके अलावा दोनों तरफ की एप्रोच रोड बनाने का काम भी पूरा हो गया है।

जाम लगेगा कंट्रोल, कम होगा ट्रैफिक का दबाव

इतना तो तय है कि इसके चालू हो जाने शहर के एक बड़े हिस्से पर ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा। यही कारण है इसके जल्दी बनाने के यहां की जनता ने अधिकारियों पर बनया था। इसके लिए कई बार ज्ञापन भी सौंपा गया था। आखिरकार वह दिन भी आ गया, जब वह शुरू होने के आसार है। लोक निर्माण विभाग के मंत्री और संसदीय सचिव भी अंडरब्रिज का काम तय समय में पूरा नहीं होने से खासे नाराज थे। बार-बार के निरीक्षण के बाद भी अफसर तय समय में नहीं करा पाये थे। वीबी प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी को निर्माण का ठेका दिया गया था। जिसे जून 2017 तक कंपनी को काम पूरा करना था। लेकिन वह पूरा नहीं सकी। ऐसे में इस पर कार्रवाई भी गई थी। इसके चलते इसे फरवरी 2022 में टर्मिनेट कर दिया गया। दोबारा इसे बंसल इंफ्रॉस्ट्रक्चर कंपनी को मिला था। फिर भी समय पूरा नहीं हो पाया था। बहरहाल, जो भी वजह रही हो आखिकार काम किसी तरह पूरा हुआ।