रायपुर: शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय, बस्तर (Bastar) में शिक्षकों की भर्ती को लेकर गंभीर अनियमितताओं का मामला सामने आया है। सोमवार को यह मुद्दा छत्तीसगढ़ विधानसभा में गूंजा, जब भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर यूजीसी नियमों और आरक्षण व्यवस्था की अनदेखी कर मनमाने ढंग से भर्तियाँ करने का आरोप लगाया।
प्रश्नकाल के दौरान इस विषय को उठाते हुए चंद्राकर ने कहा कि विश्वविद्यालय में नियुक्त किए गए कई अभ्यर्थियों की उम्र 42 से 54 वर्ष तक है और वे उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। उन्होंने कहा कि यह भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह नियमों के खिलाफ और पक्षपातपूर्ण रही है, जिसमें न तो यूजीसी रेगुलेशन-2018 का पालन हुआ और न ही आरक्षण व्यवस्था का।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लिखित जवाब में बताया कि विश्वविद्यालय ने 59 शैक्षणिक पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था, जिसमें 10 में से 8 विभागों में नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। बाकी दो विभागों में उपयुक्त अभ्यर्थी नहीं मिलने के कारण नियुक्ति नहीं हो सकी है।
सीएम ने बताया कि शिकायत के आधार पर अतिरिक्त संचालक डॉ. एसपी खैरवार की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है। समिति की रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
