छत्तीसगढ़। सच है कि हालत कब बदल जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। एक वक्त था, जब टमाटर 200 रुपए किलो (Tomato Rs 200 per kg) तक बिका। जिसे लेकर सोशल मीडिया मींस भी बने। लाल टमाटर ने सियासी मुद्दा भी बना। लेकिन कुछ ही महीनों बाद अब इसके दाम इतने नीचे गिर गए कि किसानों को वाजिब दाम भी नहीं मिल पा रहे हैं। ये हालात पूरे प्रदेश में है कि जहां सब्जी मंडियों में भारी मात्रा में टमाटर लेकर जा रहे हैं। पर उसके दाम नहीं मिल पा रहे हैं। इससे आजिज आकर अब रामानुजगंज जिले (Ramanujganj district) के किसानों ने टमाटर को सड़कों पर फेंका दिया। इसका विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें उनके टामटर फेंकने के बाद कुछ लोग टमाटर लेने के लिए भी लपक पड़े।
बहरहाल, इसे लेकर किसानों के सब्जी उत्पादों के मूल्य को लेकर बहस भी लोगों ने छेड़ रखा है। क्योंकि किसानों के सब्जी के सही और वाजिब दामों के निर्धारण तो दूर उनके निर्यात की व्यवस्था अभी तक नहीं बन सकी है। एेसे में तमाम लोगों ने इसके लिए एक गाइड लाइन तय करने पर जोर दिया है। वैसे सोशल मीडिया पर तमाम तर्क का दौर जारी है।
वक़्त-वक़्त की बात है।
2 महीने पहले 200 रु किलो बिकने वाला टमाटर आज फिर सड़कों पे बिखरा पड़ा है।लागत नहीं निकला तो रामानुजगंज मंडी में किसानों ने सड़क पर टमाटर फेंक दिया।
थोक के दाम 3-4 रु किलो है, जबकि खुले में 20 रु तक बिक रहा है टमाटर। #kisan #TomatoPrice #Chhattisgarh pic.twitter.com/RvWM5QcLMJ
— Anshuman Sharma (@anshuman_sunona) October 12, 2023
यह भी पढ़ें : रमन ने कहा-16 लाख गरीबों को PM आवास ‘भूपेश’ नहीं मिलने दिए