‘TS सिंहदेव’ ने मंत्री अनिला भेड़िया की ‘चलाई कार’! फिर बोले, ‘सियासी बोल’

इस समय एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है। जिसमें स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (TS Singhdev) अपने बालोद जिले के दौरे पर मंत्री अनिला भेड़िया की कार (Anila Bhedia's car) की स्टेयरिंग थाम ली।

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  • Updated On - February 13, 2023 / 07:09 PM IST

छत्तीसगढ़। इस समय एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है। जिसमें स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (TS Singhdev) अपने बालोद जिले के दौरे पर मंत्री अनिला भेड़िया की कार (Anila Bhedia’s car) की स्टेयरिंग थाम ली। उन्होंने कुछ दूर तक कार चलाई। वैसे अपने सहज अंदाज और स्वभाव के चलते सुर्खियों में रहते हैं। इसके पूर्व उन्होंने पत्रकाराें से कहा, अभी चुनवी घोषणाओं पर बहुत काम करना है। जिसे पूरा करने की शुरूआत होगी। इसमें बेरोजगारी भत्ते जैसे कई मद्दे हैं।

कहा, बीजेपी चिंता करती है इसके लिए धन्यवाद, मैं अपने घर को देखता हूं

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि BJP मेरी चिंता यदि करती है तो मैं उनको धन्यवाद ही दे सकता हूं। मगर मैं अपने परिवार को देखता हूं। मेरा अपना परिवार है। मैं बीजेपी की चिंता नहीं करता हूं। सिंहदेव रविवार रात को बालोद पहुंचे थे। यहीं वे मीडिया से चर्चा कर रहे थे।

इसी दौरान उन्होंने अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा की है। सिंहदेव ने कहा कि मैं पहले भी सार्वजनिक रूप से कहा चुका हूं कि राज्यपाल गलत कर रही थी। सिंहदेव ने भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या पर कहा कि लॉ एंड को कंट्रोल करना विभाग का काम है। कभी ऐसा होता है कि हम पहले से पता नहीं लगा सकते कि क्या होने वाला है। ऐसे में यदि पहले से रंजिश है तो सतर्क रहना चाहिए। कई बार घटना होने के बाद स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है।

सिंहदेव कौन से बिल की बात कर रहे थे

छत्तीसगढ़ में अनुसूईया उइके को सरकार से टकराने वाली राज्यपाल के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने सामान्य प्रशासनिक कामकाज में भी राजभवन की भूमिका का विस्तार कर दिया। सुपेबेड़ा के किडनी रोग प्रभावितों से मिलने जाकर उन्होंने सरकार को असहज किया। उसके बाद कुलपतियों की नियुक्ति में सरकार की सिफारिशों को नलरअंदाज कर नियुक्ति कर सीधा टकराव मोल लिया। सरकार ने कुलपति नियुक्ति का अधिकार बदलने का विधेयक पारित कर भेजा तो उसे रोक लिया। विवादित कृषि कानूनों का प्रभाव कम करने वाले विधेयकों को भी रोक कर रखा। आरक्षण विवाद तो हद से आगे बढ़ गया। राज्यपाल ने यह विधेयक रोक लिया तो सरकार राज्यपाल के खिलाफ उच्च न्यायालय पहुंच गई। इस बीच उइके को मणिपुर भेज दिया गया है।

निजी कार्यक्रम में शामिल होने आए थे

दरअसल, सिंहदेव बालोद के 94 ग्राम झलमला में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। इसके पहले उन्होंने पत्रकारों से चर्चा की है और गंगा मैया मंदिर में पूजा अर्चना भी की। उनके स्वागत के लिए बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे थे। मंदिर दर्शन करने के बाद सिंहदेव खुद कार ड्राइवर करते हुए निकल गए। उनके साथ मंत्री अनिला भेड़िया समेत तमाम नेता मौजूद रहे