TS का मोदी पर वार, केंद्र की धान खरीदी को बताया झूठ! किया दावा-कांगेस करेगी रिपीट
By : madhukar dubey, Last Updated : July 8, 2023 | 4:55 pm
मोदी जी की सभा में छत्तीसगढ़ महतारी की फोटो देखी गई इस पर उप सीएम टी एस सिंह देव ने कहा कि छत्तीसगढ़ की एक पहचान बनाने का क्रम इस सरकार ने जो चालू हुआ है उसको हम मेंटेन कर रहे हैं छत्तीसगढ़ में अगर कार्यक्रम हो रहे हैं तो स्वाभाविक है कि छत्तीसगढ़ की पहचान वह प्रदर्शित होनी चाहिए सामने रहनी चाहिए। बीजेपी ने छत्तीसगढ़ महतारी की फोटो को लेकर कहा कि इसका शुभारंभ भाजपा शासनकाल में हुआ था तो कांग्रेस क्यों इस पर वाहवाही लूट रही है, इस मामले पर टी एस सिंहदेव ने उन्हें कहा पास तो दिग्विजय सिंह के ऐसे हमले में हुआ था विधानसभा में हुआ था। उनके उनके मुख्यमंत्री काल में हुआ था विधानसभा अगर पास नहीं करती तो यह कहां से होता ऐसा श्रेय लेने की बात नहीं है। निर्णय अटल बिहारी के समय में जरूर हुआ था लेकिन उसको पास किसने किया था मध्य प्रदेश के असेंबली में पास किया गया था तब तो बन सका नहीं तो बनता कैसे।
बीजेपी छत्तीसगढ़िया की लगातार बात कर रही है इस पर टी एस सिंह देव ने कहा,स्वाभाविक है आप जहां जिस क्षेत्र में काम कर रहे हैं वहां की अगर बात हो गई तो की सभ्यता को वहां के लोगों को वहां की पहचान को आपको दर्जा देना ही चाहिए इसमें कोई दो बात नहीं है छत्तीसगढ़ में यह क्रम विकास के साथ लोगों की देखभाल के साथ चल रहा है।
सरगुजा में चुनाव लड़ने का लेकर टीएस सिंहदेव ने कहा कि, पार्टी टिकट दे गई तो मैंने यह कहा था उन्हें अगर लगता है कि अभी भी मैं टीम में कंट्रीब्यूट कर सकता हूं तो मैं खेलूंगा मैं चाहूंगा कि मेरा सिलेक्शन हो अगर मैं टीम में लग रहा है कि मेरा योगदान नहीं दे पा रहा हूं। फील्डिंग करने झुक रहा हूं बॉल हाथ में निकल जा रही है कैच नहीं कर पा रहा रन नहीं बना पा रहा विकेट नहीं ले पा रहा तो मुझे फिर टीम में रहना चाहिए क्या नहीं रहना चाहिए अगर मुझे लगता है कि हां नहीं कुछ योगदान दे सकता हूं फिर अगर सिलेक्शन होता है तो फिर खेलूंगा। वाइस कैप्टन अभी तक के लिए अगले सीरिज के लिए सिलेक्शन होना है, उसमें अगर सिलेक्शन होगा तो खेलेंगे।
घोषणा पत्र के समिति के अध्यक्ष को लेकर टीएस सिन्हदेव ने कहा कि घोषणा पत्र समिति ने में अध्यक्ष के रूप में तो नहीं रहूंगा मुझे नहीं लगता कि आज समय उतना बचा की जिस तरह से पिछले बार हम लोगों ने लोगों से मिलकर काम किया था उस स्थिति में तो मैंने कहा भी है कि मैं नहीं रह पाऊंगा उसमें मैं नहीं रहूंगा उसमें सदस्य के रूप में दूसरे रूप में योगदान करना फीडबैक लेना वह हमेशा उपलब्ध रहेगा।
अमित शाह के दौरे को लेकर कहा कि उनको अब प्रभार भी मिल गया, छत्तीसगढ़ का अब वह आते रहेंगे स्वागत है। पहली बार चुनाब सह प्रभारी की जिम्मेदारी मनसुख मंडविया को दी है, इस पर टी एस सिंहदेव ने कहा जहां की जहां की कमजोरी लग रही होगी आपको किसी और को प्रभार देना है तो जिसको आपने नहीं दिया उनको आप कम कारगर मान रहे हैं, एक तो उन्होंने कंसीट कर दिया है।
सरगुजा संभाग में बूथ का कार्यक्रम होने जा रहा है लेकिन कुछ समय पहले देखा गया था कि वहां के कुछ विधायक और कार्यकर्ता भी आपसे नाराज हैं इस बयान पर टीएस सिंह देव ने कहा कि बृहस्पति वाली बात थी, मुझे घुमा फिरा कर बात करना अच्छा नहीं लगता जो बृहस्पति किया था वह वह उचित नहीं था और ऐसा किसी को नहीं करना चाहिए। वह बात उस समय की थी और मैं आज भी मानता हूं कि कभी ऐसी चीजें नहीं होना चाहिए। चुनाव को देखिए मतदाता दादा है और मतदाता जिस प्रकार से रिस्पांस देगा उस प्रकार से परिणाम आएंगे और हम लोग उम्मीद करते हैं कि साकार परिणाम आएंगे और कांग्रेस की सरकार रिपीट होगी।
प्रधानमंत्री मोदी कल आए और किसानों को लेकर नहीं कहा इसको लेकर टीएस सिंहदेव ने कहा की,भाजपा की सबसे बड़ी कमजोरी हो गई है धान की खरीदी क्योंकि ऑन रिकॉर्ड दिल्ली की सरकार नहीं है, कह दिया है कि अगर आप बोनस दोगे तो तो हम आपका सवाल ही नहीं उठाएंगे जो धान खरीदने की बात आज सरकार केंद्र की कर रही है। उस सरकार ने चावल उठाने के लिए लिखित में कहा है कि हम चावल नहीं उठाएंगे एडियस कवर उठाएंगे बाकी चावल नहीं उठाएंगे। पहले सिर्फ वही प्रमाणित हो जाता है कि धान खरीदी नहीं कर रहे हैं अगर वह धान खरीदी कर रहे होते तो चावल नहीं उठाने की की बात ही नहीं होती।
स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर डीएसपी देव ने कहा कि मैंने पहले भी अपील की थी आज भी हाथ जोड़ कर अपील करता हूं कि स्वास्थ्य विभाग हम लोग साथ काम कर रहे हैं और लोगों के लिए काम कर रहे हैं। अपनी केवल तनख्वा उठाने के लिए हम लोग काम नहीं कर रहे हैं। यह ऐसे क्षेत्र में काम कर रहे हैं। जहां लोगों के जिंदगी जीवन मृत्यु का सवाल आता है और आज आप क्या हासिल कर रहे हो लोगों को मजबूर कर रहे हो। प्राइवेट अस्पतालों में जाकर पैसे देने के लिए हासिल क्या हो रहा है। मैंने तो उनसे यह निवेदन किया कि मन में कोई जाते हैं तो जरूर उसको रखिए प्रजातंत्र है किसी भी परिस्थिति में रखिए काली पट्टी लगाकर काम करिए कोई और दूसरे तरीके से प्रदर्शन करिए अपनी मांग रखी है यह यह तरीका समाज के हित में नहीं है।
हम लोग लगातार उस बात को रख रहे हैं उनकी ऐसी मांगे हैं कि 12 महीना का हम काम कर रहे हमको 13 महीने का बोनस वेतन दिया जाए। हमने उनसे यह कहा कि आप लोग यह बताओ प्रदेशिक स्तर के संगठन अध्यक्ष और पदाधिकारी आए थे। मैंने कहा किसी भी राज्य में है क्या अगर दृष्टांत है तो हम लोग भी अपनाने के बारे में सोचेंगे। उन्होंने भी कहा कि कहीं नहीं है तो ऐसी मांगों को रखकर जिससे जो पूरी नहीं हो सकती।
इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)
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