अनूठी पहल : बिरनपुर पीड़ितों को ‘मुस्लिम समाज’ ने दिया आर्थिक सहयोग

हाल ही में ग्राम बिरनपुर (Biranpur) में हुए सामुदायिक तनाव के दौरान प्रभावित मुस्लिम समाज के पीड़ित परिवारों से छत्तीसगढ़ मुस्लिम समाज (Chhattisgarh Muslim Society) के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की।

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  • Publish Date - April 16, 2023 / 09:16 PM IST

बेमेतरा। हाल ही में ग्राम बिरनपुर (Biranpur) में हुए सामुदायिक तनाव के दौरान प्रभावित मुस्लिम समाज के पीड़ित परिवारों से छत्तीसगढ़ मुस्लिम समाज (Chhattisgarh Muslim Society) के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की। इस दौरान परिवारों को ढांढस बंधाने के साथ ही उन्हें आर्थिक सहयोग दिया गया। इसके साथ ही प्रशासन की पहल पर शांति समिति की बैठक हुई और सभी से अमन-चैन बनाये रखने की अपील की गई।

बेमेतरा जिले के गांव बिरनपुर में बच्चों के बीच हुए विवाद के दौरान एक युवक की हत्या हो गई थी। इसके बाद उपजे तनाव के दौरान ही अज्ञात लोगों द्वारा रहीम और उसके पुत्र ईद उल मोहम्मद की हत्या कर दी गई थी। वहीं समुदाय के 7 लोगों के दुकान और मकान जला दिए गए और कुछ घरों में तोड़फोड़ भी की गई है। इसी के सन्दर्भ में छत्तीसगढ़ मुस्लिम समाज का एक प्रतिनिधिमंडल रायपुर से बिरनपुर पहुंचा। यहां सभी पीड़ितों और मुस्लिम समुदाय के वरिष्ठ लोगों से मुलाकात कर हालात की जानकारी ली गई और उन्हें ढाढस बंधाया गया।

छत्तीसगढ़ मुस्लिम समाज ने इस मौके पर पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहयोग भी दिया। इनमें मृतक रहीम की पत्नी अलहम बी और ईद उल मोहम्मद की पत्नी शकीला बी को एक-एक लाख रूपये की सहायता राशि दी गई। रहीम की बेटी खातून बी को 10 हजार रूपये दिए गए। इसी तरह जिनके दुकान जले उनमें से मोहम्मद इस्माइल को 15 हजार रूपये, सरदार खान और शमशुल को भी 10 हजार रूपये दिए गए।

शांति समिति की बैठक में शामिल हुए वरिष्ठ अधिकारी

छत्तीसगढ़ मुस्लिम समाज के प्रतिनिधिमंडल ने इसके बाद कलेक्टर और एसपी से भी मुलाकात की। कलेक्टर ने जानकारी दी कि प्रभावित परिवारों के मुआवजे के लिए प्रकरण तैयार कर शासन को भेज दिया गया है। इस मुलाकात के बाद शांति समिति की बैठक हुई, जिसमें DIG पारुल माथुर, कलेक्टर पीएस एल्मा और SP आई के एलेसेला भी शामिल हुए। बैठक के दौरान समुदायों के बीच आपसी भाईचारे का सन्देश दिया गया और लोगों से शांति की अपील की गई। इस प्रतिनिधि मंडल में रिटियार्ड एड एसपी शाहिद अली, साजिद खान एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट, समाजसेवी मोहम्मद ताहिर, नोमान अकरम हमीद, सैलानी भाई, जावेद नाना, अनवर रजा और हाजी जमील शामिल थे।