Untold Story : सियासी हलचल के बीच ‘भूपेश’ महागठबंधन की टटोलेंगे नब्ज! मिली बड़ी जिम्मेदारी

इस वक्त बिहार की राजनीति में हलचल मची हुई है। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बड़ी जिम्मेदारी मिली है।

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  • Updated On - January 27, 2024 / 05:00 PM IST

रायपुर। इस वक्त बिहार की राजनीति में हलचल मची हुई है। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Former Chief Minister Bhupesh Baghel) को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। उन्हें भारत जोड़ो न्याय यात्रा का सीनियर ऑब्जर्वर (Senior Observer of Bharat Jodo Nyaya Yatra) बनाया गया है। साथ ही बिहार में चल रही सियासी गतिविधियों पर भी नज़र रखने की जिम्मेदारी दी गई है।

बघेल शनिवार शाम 5.55 बजे दिल्ली रवाना होंगे। दिल्ली से कल यानी रविवार सुबह 10 बजे सिलीगुड़ी बंगाल जाएंगे। वहां वे गठबंधन के नेता और कांग्रेस नेताओं से मुलाकात करेंगे। यहां से फिर वे बिहार जाएंगे। पूर्णिया में रात्रि विश्राम करेंगे। यहां वे गठबंधन के नेताओं से भेंट कर चर्चा करेंगे।

इससे पहले न्याय यात्रा के लिए छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने जिलेवार संयोजक और पर्यवेक्षक नियुक्त किए थे। यात्रा के लिए 4 पूर्व मंत्रियों को भी जिम्मेदारी दी गई है।

इन पूर्व मंत्रियों को बनाया संयोजक

यात्रा के लिए कांग्रेस ने 4 संयोजक बनाए हैं। जिसमें डॉ. शिवकुमार डहरिया, जयसिंह अग्रवाल, अमरजीत भगत और उमेश पटेल को संयोजक शामिल हैं। ये सभी नेता कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे हैं। क्षेत्र के हिसाब से सभी को जिम्मा दिया जाएगा।

ये नेता बनाए गए पर्वेक्षक

कांग्रेस ने यात्रा के लिए जिलेवार जिम्मेदारियां दी है। 7 जिलों के लिए 14 पर्वेक्षक बनाए गए हैं।

  1. रायगढ़- चंद्रदेवराय, अनिल अग्रवाल
  2. सक्ती- गुरूमुख सिंह होरा, गुलाब कमरो
  3. जांजगीर-चांपा शैलेष पाण्डेय, विनय भगत
  4. कोरबा- नोबेल वर्मा, यू.डी. मिंज
  5. सरगुजा- सफी अहमद, डॉ. जे.पी श्रीवास्तव
  6. सूरजपुर- डॉ. प्रेमसाय सिंह, पारसनाथ राजवाड़े
  7. बलरामपुर- डॉ. प्रीतम राय, द्वितेन्द्र मिश्रा है।

5 फरवरी को पहुंच सकती है न्याय यात्रा

कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा करीब 10 दिन पहले 5 फरवरी को छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर सकती है। इसका कारण असम में यात्रा का पूरा न हो पाना है। पहले संभावना थी कि कांग्रेस की यह यात्रा 15 से 18 फरवरी के बीच रायगढ़ के रास्ते छत्तीसगढ़ में प्रवेश करेगी।

इस न्याय यात्रा का नेतृत्व पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी कर रहे हैं। कांग्रेस की कोशिश है कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए आचार संहिता लगने से पहले यात्रा को समाप्त कर दिया जाए। ऐसे में पार्टी तैयारी और व्यवस्थाओं में लगी है।

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