रायपुर। जब राज्यपाल अपना अभिभाषण दे रहे थे उसी वक्त पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने टोका। वाक्या ये था कि जैसे ही राजपाल रेमन डेका(Rajpal Ramon Deka) ने रेल परियोजनाओं के तहत राज्य में रेल पटरियों के बिछाने की बात कही, वैसे ही भूपेश बघेल ने बीच में ही कहने लगे कि महोदय ऐसे रेल विकास से क्या मतलब। जब ट्रेनें रद्द और विलंबित चल रही हैं।
आज (सोमवार) छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का पहला दिन है। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में बताया कि राज्य में अब 24 घंटे, सातों दिन दुकानें खोली जा सकेंगी। इससे न केवल व्यापार में वृद्धि होगी, बल्कि नए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे और ग्राहकों को भी सुविधा प्राप्त होगी। साथ ही, स्ट्रीट वेंडरों के लिए भी सरकार योजना बना रही है।
राज्यपाल ने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक सुंदरता अब वैश्विक मानचित्र पर आ चुकी है, और कांगेर वैली के गांव को यूनेस्को ने सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थल के रूप में चुना है। केंद्र सरकार ने 2025-26 के बजट में छत्तीसगढ़ के रेल विकास के लिए 6000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी की है। इस बीच, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तंज कसते हुए कहा कि यात्री ट्रेनें तो बंद पड़ी हैं और लोग परेशान हैं, जबकि गरीबों को 10,000 रुपये भी नहीं मिल रहे हैं।