‘छत्तीसगढ़ महतारी’ के लाल और महामहिम ‘रमेश बैस’ ने ‘मराठी’ में ली शपथ

(Ramesh Bais)  भाजपा के कद्दावर नेता और रायपुर से 7 बार सांसद रहे रमेश बैस ने महाराष्ट्र के 22वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली।

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  • Updated On - February 18, 2023 / 06:50 PM IST

मुंबई/छत्तीसगढ़। (Ramesh Bais भाजपा के कद्दावर नेता और रायपुर से 7 बार सांसद रहे रमेश बैस ने महाराष्ट्र के 22वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली। मुंबई के राजभवन मे आयोजित समारोह में पद एवं गोपपीयता की शपथ ली। उन्हें बॉम्बे उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एसवी गंगापुरवाला ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है। उन्होंने (took oath in Marathi language) मराठी भाषा में शपथ ली। इसके साथ ही महामहिम राज्यपाल रमेश बैस ने यह साबित कर दिया, कर्म भूमि का भी उतना ही महत्व है, जिताना जन्म भूमि का।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल का किया स्वागत

इस शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही रमेश बैस ने महाराष्ट्र जैसे बड़े प्रदेश के राज्यपाल की जिम्मेदारी पूरी तरह से संभाल ली है। शपथ ग्रहण समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए उन्हें अभिभावक बताया। इससे पहले रमेश बैस को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित वहां के राजनेताओं ने रांची से विदा किया था।

रांची से रायपुर फिर यहां से मुंबई के लिए हुए रवाना

झारखंड पुलिस ने रांची हवाई अड्‌डे पर बैस को गार्ड ऑफ ऑनर दिया था। रांची से विदा होकर रमेश बैस चार्टर्ड विमान से रायपुर पहुंचे। रायपुर से वे मुंबई पहुंचे हैं। यहां गार्ड ऑफ ऑनर से उनका स्वागत हुआ।

शनिवार दोपहर उन्होंने राजभवन में शपथ ग्रहण के साथ अपनी जिम्मेदारी संभाल ली। रमेश बैस को पिछले दिनों महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। इससे पहले वे झारखंड के राज्यपाल थे। बैस के शपथ ग्रहण समारोह में रायपुर से भी बहुत से भाजपा नेता मुंबई पहुंचे हैं।

पूर्वोत्तर से पश्चिम पहुंचे हैं बैस

केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार की दूसरी पारी शुरू होने के साथ ही रमेश बैस के राजनीति की दूसरी पारी शुरू हुई। 2019 में रमेश बैस को त्रिपुरा का राज्यपाल बनाया गया है। यह पूर्वोत्तर का राज्य जहां वे दो साल रहे। जुलाई 2021 में बैस को झारखंड का राज्यपाल बनाया गया।