जगदलपुर। (Excise Minister Kawasi Lakhma) अपने बयानों के लिए तो आबकारी मंत्री कवासी लखमा जाने जाते हैं। इतना ही नहीं, वे जनता के कामों के प्रति भी बेबाक है। अगर उन्हें ये मालूम हो जाए, जनकल्याण से जुड़ी किसी काम में देरी हो रही है तो वे अफसरों को खरीखोटी सुनाने में भी पीछे नहीं रहते। यही कारण भी है कि वे अपने क्षेत्र में लोकप्रिय है।
कुछ ऐसा ही वाक्या, (Jagdalpur) जगदलपुर में डीएमएफ के कार्यों की समीक्षा बैठक ले रहे थे। जहां उन्होंने अफसरों को चेतावनी भरे लहजे में कहा, काम में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जल्द से जल्द लंबित कामों को पूरा करें।
कवासी लखमा ने पिछले 3-4 सालों के कार्यों की समीक्षा की। जिसमें अपूर्ण कार्यों के लिए जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से जानकारी ली गई। साथ ही साल 2020-21 तक के कार्यों को समय-सीमा बैठक में लगातार समीक्षा करने को कहा। बैठक में नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी योजना के तहत नरवा के विकास कार्य मनरेगा के माध्यम से करवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बताया कि, गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी के लिए जिले में लगभग 4 करोड़ रूपए का भुगतान हितग्राहियों को किया गया।
कोदो-कुटकी का समर्थन मूल्य पर खरीदी का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। तेंदूपत्ता खरीदी की तैयारी और शहीद महेंद्र कर्मा तेंदूपत्ता बीमा राशि के तहत वितरण के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने जिले में गायता, पुजारी, सिरहा, गुनिया, मांझी, चालकी, आठपहरिया जैसे हितग्राहियों का पंजीयन की जानकारी ली और शासन की तरफ से दी जा रही सहायता राशि के संबंध में भी चर्चा किए।
शहरी क्षेत्र में वन अधिकार मान्यता पत्र के वितरण का भी समीक्षा की और प्राथमिकता वाले व्यक्ति को इसका लाभ देने के निर्देश दिए। वन अधिकार के मान्यता के लिए शिविर लगाने के निर्देश दिए। कवासी लखमा ने कहा कि, जिले में किए जा रहे विकास कार्यों में विशेष कर आंगनबाड़ी केंद्र, उचित मूल्य की दुकान, नलजल मिशन, देवगुड़ी का जीर्णोद्धार और स्कूलों के जीर्णोद्धार कार्य को प्राथमिकता के साथ समय पर पूर्ण करवाएं।