छत्तीसगढ़। महाधिवेशन (convention) के दूसरे दिन सोनिया गांधी अपने भाषण की लाइन यह कहते हुए खत्म किया, अब उनके राजनीतिक जीवन का अंतिम सफर आ गया है। जैसे ही भाषण के बाद सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) वापस अपनी जगह बैठने के लिए आगे बढ़ीं।तभी राहुल गांधी ने उन्हें थामा और उनका माथा चूम लिया। जिसे देखकर सभी भावुक हो उठे।
वैसे राहुल गांधी हमेश अपनी मां को प्यार दुलार करते रहते हैं। ऐसा वाक्या, कई बार लोगों के सामने आ चुका है। लेकिन ये पल उनके जीवन का सबसे बड़ा यादगार क्षण था। दरअसल, सोनिया गांधी ने कांग्रेस की राजनीति पर बात रही थीं। उन्होंने इशारों इशारों में यह भी कह गई कि अब पार्टी का जिम्मा राहुल गांधी और अध्यक्ष खड़गे के कंधों पर है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इसे इमोशनल स्पीच बताया। कहा कि सोनिया गांधी की इमोशनल स्पीच 25 सालों के सफर को याद दिलाती है, कि कैसे उन्होंने पार्टी का नेतृत्व किया। खुद प्रधानमंत्री बनने का अवसर था, मगर उन्होंने मनमोहन सिंह को पीएम बनाया। देश को आरटीआई, आरटीई जैसे कानून दिए।