छत्तीसगढ़। अभी आरक्षण बिल पर राज्यपाल ने हस्ताक्षर नहीं किए हैं। इस कारण से कांग्रेस ही नहीं भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने राज्यपाल को कटघरे में खड़ा कर दिया है। कांग्रेस की दलील है कि जब विधानसभा में सर्वसम्मति से आरक्षण बिल पास किया गया है, फिर भी (Governor) राज्यपाल हस्ताक्षर नहीं करने पर अड़ीं है। ऐसे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि बीजेपी के इशारे पर राज्यपाल काम कर रही हैं। हाल ही में राज्यपाल ने बिल पर हस्ताक्षर को लेकर कहा है कि अभी मार्च तक इंतजार करिए।
जिस पर कल भूपेश ने कहा था, एडमिशन और भर्तियां रूकी हुईं हैं, ऐसे में बिल पर हस्ताक्षर उन्हें कर देना चाहिए। क्या मार्च में कोई मुहूर्त है। इनके इस बयान के जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह राज्यपाल के साथ खड़े हो गए हैं। अपने ट्विटर पर रमन सिंह ने कहा कि दशकों की सत्ता के बाद कांग्रेस ने संवैधानिक पदों को अपनी विरासत समझ लिया है। एक समय था जब राहुल गांधी @RahulGandhi ने देश के सामने अपनी सरकार का अध्यादेश फाड़कर प्रधानमंत्री पद का अपमान किया था। आगे लिखा, एक आज का छःग है, जहां दाऊ @bhupeshbaghelआदिवासी महिला राज्यपाल पर आए दिन आक्षेप मढ़ रहे हैं।
दशकों की सत्ता के बाद @INCIndia ने संवैधानिक पदों को अपनी विरासत समझ लिया है।
एक समय था जब @RahulGandhi ने देश के सामने अपनी सरकार का अध्यादेश फाड़कर प्रधानमंत्री पद का अपमान किया था।
एक आज का छःग है जहां दाऊ @bhupeshbaghel आदिवासी महिला राज्यपाल पर आए दिन आक्षेप मढ़ रहे हैं। https://t.co/uSSftTnYvK
— Dr Raman Singh (@drramansingh) January 25, 2023