क्यों मचा छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर पर सियासी घमासान ? साव और महंत में छिड़ी जुबानी जंग

By : madhukar dubey, Last Updated : November 7, 2024 | 9:13 pm

रायपुर। नवा रायपुर में तीन दिवसीय भव्य छत्तीसगढ़ राज्योत्सव (Three day grand Chhattisgarh Rajyotsav)का आयोजन किया गया, लेकिन इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर न होने से विवाद खड़ा हो गया है। जिसे लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए इसे छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा(Culture and tradition of Chhattisgarh) का अपमान बताया है। वहीं भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि बीजेपी ने हमेशा छत्तीसगढ़ महतारी के मान-सम्मान को बढ़ाने का काम किया है।

बीजेपी को छत्तीसगढ़ महतारी की इज्जत नहीं-महंत

नेताप्रतिपक्ष चरणदास महंत ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी को छत्तीसगढ़ महतारी की इज़्ज़त नहीं है। इन्हें न संस्कृति, न हमारे परंपरा, छत्तीसगढिय़ों के अचार-विचार किसी की इज़्ज़त नहीं है. जिनकी सेवा कर रहे हैं उनकी ही तस्वीर नहीं है। यह बयान उन्होंने रायपुर दक्षिण उपचुनाव के लिए जनसंपर्क अभियान के दौरान दिया।

बीजेपी ने छत्तीसगढ़ महतारी के मान-सम्मान को बढ़ाने का किया काम-अरुण साव

डिप्टी सीएम अरुण साव ने कांग्रेस के आरोपों का खंडन करते हुए कहा, बीजेपी ने छत्तीसगढ़ महतारी के मान-सम्मान को बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि आज देश और दुनिया में छत्तीसगढ़ की पहचान बनी है वो केवल बीजेपी के कारण बनी है। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ को कुपोषण, अशिक्षा और भुखमरी के कगार पर छोड़ दिया था। छत्तीसगढ़ को कांग्रेस ने देशभर में भ्रष्टाचार, अपराध और नशे के गढ़ के रूप में बदनाम करवाया। छत्तीसगढ़ के मान सम्मान और गौरव की बात इनके मुंह से शोभा नहीं देती. छत्तीसगढ़ का मान सम्मान बढ़ाने का काम हमारी सरकार विष्णुदेव साय के नेतृत्व में कर रही है।

धर्मांतरण पर डिप्टी के बयान पर महंत का पलटवार

धर्मांतरण के मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव के बयान पर नेताप्रतिपक्ष चरणदास महंत ने पलटवार करते हुए कहा कि धर्मांतरण की परिभाषा क्या है, यह मंत्री बताएं. संविधान के अनुसार अगर कोई व्यक्ति पूजा करता है या मंदिर-मस्जिद जाता है, तो उसे धर्मांतरण का नाम देकर कांग्रेस को बदनाम करते है ,ये उचित नहीं है.

चुनाव में धार्मिक मुद्दों के उपयोग पर महंत की आपत्ति

महंत ने चुनाव के दौरान धार्मिक बाबाओं और संतों के छत्तीसगढ़ दौरों पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि धार्मिक एजेंडे पर काम नहीं करना चाहिए, हमारा लोकतंत्र है, संविधान है. उन्हें लोकतंत्र, भाईचारा और एकता के नाम से वोट मांगना चाहिए. तब सही चुनाव कहा जाएगा है।

रायपुर दक्षिण उपचुनाव के लिए जनसंपर्क अभियान में निकले नेता प्रतिपक्ष महंत ने ब्राह्मण समाज के लोगों से मुलाकात की और कहा कि पहली बार ब्राह्मण युवा के लिए समाज से आशीर्वाद लेने निकले हैं। इनके पारिवारिक संबंधी के अनुसार प्रत्याशी हमने दिया. माहौल देखकर प्रसन्नता हुई. सबके आशीर्वाद से प्रत्याशी को विजय प्राप्त होगा।

महंत ने उपचुनाव के मुद्दों पर भी सरकार को घेरा और कहा, यहां की गलियों और नालियों की हालत पांच साल पहले जैसी ही है, कोई सुधार नहीं हुआ है। ब्रजमोहन जी मंत्री रहे हैं, लेकिन क्षेत्र की स्थिति जस की तस बनी हुई है।

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