भाषाओं की बाधाओं से परे एक सर्वव्यापक भावना है सिनेमा : संजय दत्त

सुपरस्टार सहजता से सैंडलवुड की दुनिया में घुल-मिल गए और एक बहुमुखी अभिनेता के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर ली, जो क्षेत्रीय सीमाओं को पार कर सकता था।

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  • Publish Date - October 23, 2023 / 12:27 AM IST

मुंबई, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। बॉलीवुड सुपरस्टार संजय दत्त (Sanjay Dutt) का मानना है कि भले ही सिनेमा को भाषाओं से अलग किया जा सकता है, लेकिन यह पूरी तरह से भावनाओं की एक सर्वव्यापक भाषा है जो दर्शकों को आकर्षित करती है।

सुपरस्टार ने हिंदी सिनेमा में कुछ प्रतिष्ठित भूमिकाएं निभाई हैं जिनमें विशेष रूप से 1993 की ब्लॉकबस्टर ‘खलनायक’, ‘सड़क’, ‘वास्तव’, ‘मुन्ना भाई’ फ्रेंचाइजी, ‘अग्निपथ’ और कई अन्य फिल्‍में शामिल हैं। उन्होंने ‘केजीएफ: चैप्टर 2’ में अधीरा की भूमिका के साथ गहरा प्रभाव छोड़ते हुए दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग में कदम रखा।

सुपरस्टार सहजता से सैंडलवुड की दुनिया में घुल-मिल गए और एक बहुमुखी अभिनेता के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर ली, जो क्षेत्रीय सीमाओं को पार कर सकता था।

इसके बाद उन्होंने एक खलनायक के रूप में ‘लियो’ में अपनी तमिल शुरुआत की।

विभिन्न फिल्म उद्योगों में कदम रखने के बारे में बात करते हुए संजय ने कहा, “हालांकि भाषा एक बाधा की तरह लग सकती है, याद रखें यह सिनेमा मानवीय भावनाओं की सर्वव्यापक भाषा है। यह कहानियों में हमारे अस्तित्व के मूल को छूने वाले शब्दों से परे लोगों तक पहुंचने का एक उल्लेखनीय तरीका है।”

सुपरस्टार अब आगामी कन्नड़ भाषा की फिल्म ‘केडी द डेविल’ में अभिनय करने के लिए तैयार हैं।

वह 8 मार्च, 2024 को रिलीज होने वाली आगामी तेलुगु फिल्म ‘डबल इस्मार्ट’ में भी दिखाई देंगे। फिल्म पुरी जगन्नाध द्वारा निर्देशित है और इसमें राम पोथिनेनी और संजय दत्त मुख्य किरदारों में होंगे।