दिलजीत दोसांझ ने हैदाराबाद के गुरुद्वारे में टेका मत्था, गुरुपर्व की दी सबको बधाई

दिलजीत ने इंस्टाग्राम पर अपने अबू धाबी के इस प्रोग्राम की एक झलक शेयर की थी। उन्होंने वीडियो को कैप्शन दिया: "मरहबा अबू धाबी।"

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  • Publish Date - November 15, 2024 / 12:26 PM IST

मुंबई, 15 नवंबर (आईएएनएस)। पंजाबी गायक दिलजीत दोसांझ (Daljit Dosanjh) निजामों के शहर हैदराबाद स्थित एक गुरुद्वारे पहुंचे। फिर सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए सबको गुरु पर्व की शुभकामनाएं दीं। अपने शो के सिलसिले में दोसांझ तेलंगाना में हैं।

दिलजीत ने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर पोस्ट की। इस तस्वीर में वह गुरुद्वारे में मत्था टेकते, कड़ा प्रसाद खाते और गुरुद्वारे के बाहर इंतजार करते प्रशंसकों संग पोज देते देखे जा सकते हैं।

इस पोस्ट के कैप्शन में उन्होंने लिखा, “गुरुपर्व दीयां सरेयां नु वधाइयां हर साल दी तरन एस वार वी बाबा जी ने वी बौत किरपा किती… (गुरु पर्व पर सभी को शुभकामनाएं.. इस बार भी बाबा ने मुझे बहुत आशीर्वाद दिया है)।

बता दें कि दिलजीत अपने दिल-लुमिनाती इंडियन टूर के लिए हैदराबाद में परफॉर्म करने के लिए पहुंचे हैं। इससे पहले उन्होंने अबू धाबी में धूम मचाई थी। जहां उनके परफॉर्म करने से पहले वो “पंजाबी आ गए अबू धाबी” कहते सुने गए थे।

दिलजीत ने इंस्टाग्राम पर अपने अबू धाबी के इस प्रोग्राम की एक झलक शेयर की थी। उन्होंने वीडियो को कैप्शन दिया: “मरहबा अबू धाबी।”

उन्होंने कहा,”पंजाबी आ गए अबू धाबी” और फिर 1992 की फिल्म “खुदा गवाह” से कविता कृष्णमूर्ति और मोहम्मद अजीज द्वारा गाया गया गाना “तू मुझे कबूल” गाया था।

“खुदा गवाह” मुकुल एस आनंद द्वारा निर्देशित 1992 की एक फिल्म है। इसमें अमिताभ बच्चन, श्रीदेवी दोहरी भूमिका में हैं, नागार्जुन, शिल्पा शिरोडकर, डैनी डेन्जोंगपा, किरण कुमार प्रमुख भूमिकाओं में थे।

फिल्म का अहम किरदार बादशाह खान अफगानिस्तान से भारत की यात्रा करता है और बेनजीर के पिता के हत्यारे को ढूंढता है ताकि वह उसे प्रभावित कर सके। वह सफल तो होता है लेकिन जल्द ही खुद को अन्य आपराधिक मामलों में घिरा पाता है और एक भारतीय जेल में कैद हो जाता है।

दिलजीत की बात करें तो 4 नवंबर को वो जयपुर में थे। दिलजीत को एयरपोर्ट पर लाल पगड़ी और काले रंग की स्वेटशर्ट पहने देखा गया, जिस पर लाल रंग से जयपुर लिखा हुआ था।

इस पर उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा था, “मुझे जयपुर से बहुत प्यार मिला है। मैं इस प्यार को कभी नहीं भूल पाऊंगा।”